अलीगढ़: धनगर समाज को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र नहीं मिलने पर चुनाव में एक महिला निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतरी है. धनीपुर ब्लॉक निवासी लक्ष्मी धनगर ने कहा है कि धनगर समाज का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाया जा रहा है. इसलिए निर्दलीय लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं, ताकि धनगर समाज को अधिकार दिला सके.
धनगर समाज पिछले कई सालों से अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनाने के लिए संघर्ष कर रहा है. हालांकि, प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रमाण पत्र मिलने में कोई भी परेशानी नहीं होने का आश्वासन दिया था. धनगर समाज गड़रिया समाज की उपजाति मानी जाती है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद भी जाति प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है. इसको लेकर धनगर समाज के लोगों ने धरना प्रदर्शन भी किया था.
लक्ष्मी धनगर अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट पर नामांकन करने पहुंची. उन्होंने कहा कि उनके समाज को संवैधानिक अधिकार नहीं मिले हैं. समाज का प्रमाण पत्र भी जारी नहीं किया जा रहा है. हालांकि, संसद में महिलाओं के 33% आरक्षण के सवाल को वो टाल दिया. उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार हो रहा है. अगर वह जीत कर आती हैं तो समाज में महिलाओं को बराबरी का हक देने के लिए काम करेंगी.