अलीगढ़: जिले में भले ही भाजपा के प्रत्याशी ने जीत हासिल की हो, लेकिन इस बार चुनाव में भाजपा का वोट प्रतिशत गिरा है. 2017 के इगलास विधानसभा चुनाव में भाजपा के राजवीर दिलेर ने 1 लाख 28 हजार वोटों से जीत हासिल की थी. जबकि बीएसपी के राजेन्द्र कुमार को 53 हजार 200 वोट मिले थे. इस उपचुनाव में भाजपा के राजकुमार सहयोगी को 75 हजार 673 वोटों से ही संतोष करना पड़ा. हालांकि इस बार भी एक लाख से अधिक वोट मिलने का भाजपा दावा कर रही थी.
कम हुआ भाजपा का वोट प्रतिशत
इस बार भाजपा ने इगलास विधानसभा में पूरी ताकत झोंक दी थी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपचुनाव से पहले दो बार जनसभा को संबोधित किया था और यहां कि जनता से कई वादे भी किये थे. जाट बाहुल्य इलाके में लोगों को राजा महेन्द्र प्रताप सिंह के नाम से राजकीय विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा भी की. इतना ही नहीं किसानों की आय दुगनी करने की बात भी मुख्यमंत्री ने कही थी. इगलास विधानसभा सीट राजवीर दिलेर के हाथरस संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने जाने के बाद खाली हो गई थी, तब राजवीर दिलेर ने 74 हजार 800 वोट के अंतर से जीत हासिल की थी और 55.06 प्रतिशत वोट प्राप्त किया था.
इस बार उपचुनाव में राष्ट्रीय लोक दल के प्रत्याशी चुनाव मैदान से बाहर थे, फिर भी भाजपा पिछली बार की अपेक्षा इस बार एक लाख मतों के आंकड़े को नहीं छू पाई. इगलास विधानसभा में कुल करीब 3.75 लाख मतदाता हैं.
कई जगह हुआ मतदान बहिष्कार
इगलास विधानसभा के 2017 चुनाव में बंपर वोटों से भाजपा की जीत हुई थी, लेकिन ढाई साल के अंदर ही तस्वीर बदल गई. इस उपचुनाव में केवल 37 प्रतिशत ही मतदान हुआ. जिसमें राजकुमार सहयोगी को 75 हजार 673 वोट मिले. हालांकि 12 से अधिक गांवों में मतदान का बहिष्कार किया गया. किसानों ने नाराज होकर मतदान में भाग नहीं लिया. वहां के किसान आवारा जानवरों और क्षेत्र में विकास नहीं होने से नाराज थे.