अलीगढ़ः एएमयू (अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) के पूर्व छात्र वरुण को भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र पर साइंटिस्ट के पद पर नौकरी मिली है. वरुण को भाभा एटॉमिक रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अपने चेन्नई स्थित अनुसंधान केन्द्र कल्पक्कम में वैज्ञानिक के पद पर भेजा है. वरुण ने भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर से ट्रेंनिंग कर ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट हासिल किया है. वो पिछले एक साल से ओरियंटेशन कोर्स कर रहे थे. यहां वरुण ने न्यूक्लियर साइंस और इंजीनियरिंग में प्रशिक्षण प्राप्त किया. सोमवार को मुबंई में इसका दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया, जहां भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शशिकांत दास मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. वहीं, भारतीय परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष डॉ. एके मोहन्ती ने उन्हें प्रमाण पत्र दिया.
गौरतलब है कि वरुण ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अलीगढ़ से ही पूरी की है. उन्होंने अपना स्नातक एएमयू से किया. इसके बाद भौतिक विज्ञान में परास्नातक की शिक्षा आई.आई.टी. दिल्ली से की. वरुण की इस उपलब्धि से परिवार में खुशी का माहौल है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि वरुण अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से बीएससी कर भाभा एटॉमिक केंद्र में वैज्ञानिक बना है. यह बहुत बड़ी उपलब्धि है.
बता दें कि वरुण का परिवार मूल रूप से एटा के जीसुख पुरसानी गांव का रहने वाला है. वरुण के पिता बलवीर सिंह अलीगढ़ में उद्यान एवं खाद्य प्रसंकरण प्रभारी पद पर कार्यरत हैं. उनकी छोटी बहन कुमारी वैशाली भी भौतिक विज्ञान में एमएससी कर रही है. बेटे की इस उपलब्धि पर बलवीर सिंह ने बताया कि वरुण शुरूआत से ही होनहार छात्र रहा है. शैक्षिक क्रियाकलापों में पूर्ण मनोयोग के साथ निरन्तर अध्ययन में जुटा रहा. आज उसकी मेहनत और लगन के परिणाम स्वरूप अलीगढ़ मण्डल के दो जनपद एटा और अलीगढ़ के साथ ही उसने एएमयू का नाम भी रोशन किया है. वरुण के पिता ने कहा कि उसके वैज्ञानिक अनुसंधान न केवल भारत के लिए, बल्कि समूचे विश्व के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे.
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