अलीगढ़: शुक्रवार यानी 10 जनवरी को छपाक फिल्म रिलीज हुई. लेकिन जिले के किसी भी सिनेमाघर में छपाक नहीं चली. समाजवादी पार्टी के लोग सिनेमा हाल व माल में फिल्म देखने के लिए पहुंचे. लेकिन उन्हें मायूसी मिली. इस दौरान माल में कुछ युवकों और समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच एक्ट्रेस दीपिका को लेकर विवाद हो गया. लेकिन मौके पर तैनात पुलिस फोर्स ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया.
जेएनयू परिसर में घुसे थे नकाबपोश
दरअसल रविवार को कुछ नकाबपोश लोगों ने जेएनयू परिसर में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की थी. कुछ हिंदूवादी संगठन दीपिका के जेएनयू जाने से नाराज है. इसके चलते उन्होंने दीपिका की फिल्म का बहिष्कार किया है. हिन्दूवादी संगठनों ने चेतावनी के लहजे में कहा था कि फिल्म देखने वाले बीमा करवा लें, इसके बाद से सुरक्षा के मद्देनजर सिनेमाघरों में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है.
सरकार के खिलाफ हुई नारेबाजी
इस मामले में सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि इससे भाजपा सरकार की मानसिकता सामने आ गई है. वह 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' का नारा देते हैं, लेकिन एक महिला प्रधान फिल्म का विरोध कर रहे हैं. इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सिनेमाघरों में नहीं चली फिल्म 'छपाक'
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद व हिंदूवादी संगठनों ने छपाक फिल्म के बहिष्कार का एलान किया था. हालांकि अलीगढ़ के किसी हाल में दीपिका की फिल्म नहीं लगाई गई. वहीं हर सिनेमा हाल पर पुलिस फोर्स लगाई गई. समाजवादी छात्रसभा के रंजीत चौधरी ने कहा कि जिला प्रशासन हिन्दूवादी संगठनों के दबाव में है. इसीलिए सिनेमा संचालकों ने 'छपाक' फिल्म प्रदर्शित नहीं की जा रही है.
सपा नेता ने जताया दुख
वहीं सपा नेता रंजीत ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि पूरे उत्तर प्रदेश में फिल्म दिखाई जा रही है. लेकिन अलीगढ़ में फिल्म पर्दे पर नहीं चल रही है. इस फिल्म की विशेष बात यह है कि एसिड पीड़िता का एक किरदार अलीगढ़ का भी है.