अलीगढ़ः जेएन मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर एसोसियेशन के क्रमिक हड़ताल के आगे एएमयू प्रशासन को झुकना पड़ा. इस मामले को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. एमडी के दो छात्रों को विभाग की राजनीति के चलते दूसरी बार फेल करने की धमकी दी गयी थी. जिसके विरोध में रेजीडेंट डॉक्टर एसोसियेशन क्रमिक हड़ताल पर बैठ गया था. करीब 12 दिन बाद एएमयू प्रशासन को रेजीडेंट डॉक्टरों की बात माननी पड़ी. विभाग में राजनीति के चलते एमडी कर रहे डॉक्टर अहमद और डॉक्टर ताबिंदा खान के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था. फॉर्मोकोलॉजी विभाग के पेपर में दोनों को फेल कर दिया गया था.
3 बाहरी परीक्षक लेंगे एक्जाम
वाइस चांसलर डॉक्टर तारिक मंसूर ने इस संबंध में आर्डर जारी किया है. जिसमें दोनों छात्रों के थर्ड पेपर एमडी फार्मोकोलॉजी का 7 नवंबर को दिया गया पेपर निरस्त किया जाता है. इसके साथ ही वाइस चांसलर ने निर्देश दिए है कि 3 सदस्यों की बाहरी परीक्षक की टीम थर्ड पेपर एमडी फार्मोकोलॉजी का एग्जाम कंडक्ट कराएगी. जिसमें तीनों सदस्यों का संबंध फार्मोकोलॉजी विषय से ही होगा. वही कॉपियों का मूल्यांकन करेंगे.