अलीगढ़: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश भर में चल रहे विरोध के बीच अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों ने सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश की है. छात्रों ने एएमयू कैंपस में शांति के लिए दुआ मांगी साथ ही रोजा इफ्तार रखा. नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश में जिन लोगों की मौत हुई है. उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआएं मांगी.
खास बातें
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों ने सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश की.
- एएमयू कैंपस में देश में अमन, शांति के लिए दुआ मांगी और रोजा इफ्तार रखा.
- CAA के विरोध में हुई लोगों की मौत पर उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआ मांगी.
- एएमयू छात्रों ने शांतिपूर्वक कार्यक्रम कर अनुशासन का परिचय दिया.
- देश के बिगड़े हालात ठीक हो, इसके लिए एक साथ मिलकर प्रार्थना की गई.
रोजा इफ्तार कर की गई शांति की दुआ
अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय के छात्रों ने देश में हुए CAA के विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए लोगों की आत्मा की शांति और प्रदर्शन में घायल पुलिसकर्मियों के स्वस्थ्य होने के लिए गेस्ट हाउस दुआ की गयी. विश्वविद्यालय छात्रों ने बॉबे सैयद गेट पर रोजा इफ्तार भी किया. इस रोजा इफ्तार में एएमयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने एएमयू के बाबे सैय्यद गेट पर तैनात क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन अनिल समानिया और एसीएम रंजीत सिंह के अलावा सुरक्षा में लगे सभी पुलिसकर्मियों को रोजा इफ्तार में दावत के तौर पर बुलाया.
घायलों और मृतकों के लिए मांगी दुआ
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि CAA के प्रदर्शन में मारे गए लोग और प्रदर्शन में घायल पुलिसकर्मियों के लिए दुआ मांगी गई है. उसके बाद एएमयू छात्रों और पुलिसकर्मियों द्वारा एक साथ रोजा इफ्तार किया गया. रोजा इफ्तार के माध्यम से मैसेज देना चाहते हैं कि हम सब लोग एक हैं और भाईचारा कायम रखना चाहते हैं.
जिस तरह से छात्रों और पुलिस के बीच टकराव हुआ था. उसके बाद दोनों के बीच काफी दूरी पैदा हो गई थी. इस रोजा इफ्तार पार्टी में शामिल होने के बाद एक दूसरे के करीब आने का मौका मिला है. हम चाहते हैं कि छात्रों और पुलिस बीच भाईचारा कायम रहे.
-अनिल समानिया, क्षेत्राधिकारी