आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 समन्वयक और मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ पीके माहेश्वरी को निलंबित कर दिया है. आरोप है कि उन्होंने दो बार सैंपल दिए लेकिन, होम क्वारेंटाइन का पालन नहीं किया. वहीं, बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजेश्वर दयाल के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. वहीं मेडिसिन विभाग का नया विभागाध्यक्ष डॉ टीपी सिंह को बनाया गया है.
बता दें कि एसएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ जीके अनेजा आंख में समस्या होने पर पांच अप्रैल से छुटटी पर चले गए. ऐसे में डॉ जीके अनेजा ने मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पीके माहेश्वरी को कार्यवाहक प्राचार्य बनाया था. मगर डॉ. पीके माहेश्वरी ने कोरोना की जांच के लिए सैंपल दे दिए और क्वारेंटाइन सेंटर में चले गए. इसके बाद डीएम प्रभु नारायण सिंह ने बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ राजेश्वर दयाल को कार्यवाहक प्राचार्य बनाने के आदेश जारी किया.
छह अप्रैल की सुबह डॉ राजेश्वर दयाल ने अस्थमा की समस्या के कारण कार्यवाहक प्राचार्य का कार्यभार संभालने से इनकार कर दिया. इस वजह से कई घंटे तक एसएन में कोई प्राचार्य नहीं रहा. फिर डीजीएमई डॉ केके गुप्ता ने कैंसर रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एके आर्य को कार्यवाहक प्राचार्य बनाया, मगर 10 अप्रैल को प्राचार्य डॉ जीके अनेजा के छुट्टी से वापस लौटते ही डॉ पीके माहेश्वरी भी काम पर आ गए.
प्रमुख सचिव डॉ रजनीश दुबे ने इस मामले में डॉ पीके माहेश्वरी को निलंबित करके महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा के कार्यालय से अटैच किया है. वहीं, बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ राजेश्वर दयाल के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं. आगरा कमिश्नर अनिल कुमार को जांच अधिकारी बनाया गया है.
दिन में दो बार दिए सैंपल
होम क्वारेंटाइन में नहीं रहे कोविड समन्यवक डॉ पीके माहेश्वरी ने 27 मार्च को कोरोना की जांच के लिए सैंपल दिया, जिसकी निगेटिव रिपोर्ट आई. प्रोटोकॉल के तहत उन्हें 14 दिन होम क्वारेंटाइन में रहना था मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया. डॉ. पीके माहेश्वरी एसएन में डयूटी करते रहे. डॉ पीके माहेश्वरी ने नौ दिन बाद 5 अप्रैल को दोबारा सैंपल दे दिए, जिसके बाद होटल मानसिंह पैलेस में क्वारेंटाइन में चले गए. मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया. उन्होंने आइसोलेशन वार्ड में डयूटी नहीं की. एक्टिव क्वारेंटाइन में कार्यरत रहे, इसलिए वे होटल में क्वारेंटाइन में जाने लायक नहीं थे. रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद 9 अप्रैल को होटल से घर चले गए और 10 अप्रैल को एसएन में फिर ज्वाइन कर लिया. उत्तरदायित्वों के प्रति उदासीनता, कोराना महामारी के समय लापरवाही बरतने और उनके कारण कोरोना का संक्रमण फैलने की आशंका पर कार्रवाई की गई है. जबकि, महानिदेशक चिक्त्सिा शिक्षा के आदेश पर डॉ पीके माहेश्वरी को विभागाध्यक्ष के पद से हटाया गया था, वे स्टे ले आए थे.