अलीगढ़: जिले में रोहिंग्या मुसलमान एक बार फिर निशाने पर हैं. दरअसल, मीट फैक्ट्री में सस्ते मजदूर के रूप में रोहिंग्या मुसलमान काम करते हैं. इन्हें बाहर से लाया जाता है. बताया जा रहा है कि अलीगढ़ में रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या बढ़ रही है.
प्रदेश के भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मीट फैक्ट्रियों में रोहिंग्या मुसलमान काम कर रहे हैं, जो बाहर से आकर यहां बस गये हैं. उनको बाहर किया जाए. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इन्हें बाहर निकाले जाये, ताकि देश के मजदूरों का फायदा हो. इसके लिए अधिकारी योजना बनाए.
पढ़ें:- हमीरपुर: भाजपा प्रत्याशी के नामांकन में पहुंचे उपमुख्यमंत्री, विपक्षियों पर जमकर हमला
रोहिंग्या मुसलमानों की वजह से स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी-
उन्होंने कहा कि नगर निगम, जिला पंचायत और श्रम विभाग मिलकर रोहिंग्या मुसलमानों की जांच करें. राज्यमंत्री ने कहा कि बाहर के महिला और पुरुष मीट फैक्ट्री में काम कर रहे हैं. इससे स्थानीय लोगों को परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि असम में ऐसा ही हुआ था कि वहां बांग्लादेशी आकर बस गए थे. रोहिंग्या मुसलमानों के पासपोर्ट और एनआरआई डॉक्यूमेंट चेक किया जाये. हालांकि रघुराज सिंह ने कहा कि यूपी में एनआरसी की जरूरत नहीं है. हमारे हिंदुस्तानी श्रमिक भाइयों को लाभ मिले और जो बाहर के लोग हैं उनकी सूची बनाकर उन्हें बाहर निकाला जाये. रिपोर्ट के अनुसार पश्चिमी उत्तर प्रदेश में करीब 1200 रोहिंग्या मुसलमान हैं.