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हिन्दू महासभा की पूजा शकुन ने दी एएमयू कुलपति को बहस की चुनौती - Aligarh Muslim University

पूजा शकुन पांडे ने एएमयू के अंदर हो रही घटना को लेकर कुलपति तारीक मंसूर को घेरा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में जिस तरह की गतिविधियां हो रही हैं, वह एक शिक्षण संस्थान के लिए ठीक नहीं है और इतनी घटनाओं के बाद भी एएमयू कुलपति शांत है

पूजा शकुन पांडे ने एमयू के कुलपति के नाम खुला पत्र लिखकर खुली बहस की मांग की है.
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Published : Mar 11, 2019, 11:29 PM IST

अलीगढ़ :अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव डॉ पूजा शकुन पांडे अपने बयानों से हमेशा विवादों में रहती है. पिछले दिनों महात्मा गांधी के पुतले को गोली मारकर वह चर्चा में आई थी. इसके बाद उन्होने एमयू के छात्र संघ अध्यक्ष द्वारा जम्मू-कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी पर बैन लगाने का विरोध करने वालों को आड़े हाथ लिया है. पूजा शकुन पांडे ने एमयू के कुलपति के नाम खुला पत्र लिखकर खुली बहस की मांग की है.

पूजा शकुन पांडे ने एमयू के कुलपति के नाम खुला पत्र लिखकर खुली बहस की मांग की है.

पूजा शकुन पांडे ने एएमयू के अंदर हो रही घटना को लेकर के कुलपति तारीक मंसूर को घेरा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में जिस तरह की गतिविधियां हो रही है. वह एक शिक्षण संस्थान के लिए ठीक नहीं हैं और इतनी घटनाओं के बाद भी एएमयू कुलपति शांत है. उन्होंने कहा कि छात्र यहां पढ़ने आए हैं. इनका आतंकी संगठनों से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन यहां राजनीति की जा रही है. जिससे एएमयू का रिकॉर्ड लगातार गिरता जा रहा है . एएमयू शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि आतंकवाद को समर्थन देने का स्थान बन चुका है.

पूजा शकुन पांडे ने एएमयू कुलपति को पत्र लिखा है और खुली बहस करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर कुलपति देशभक्त नागरिक हैं, तो जमात-ए-इस्लामी का समर्थन करने वाले छात्र के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं करते हैं? उन्होंने कहा कि एएमयू में जिन्ना की तस्वीर नहीं हटती है. तिरंगा यात्रा का विरोध होता है. यह दर्शाता है कि एएमयू कुलपति देशद्रोही लोगों के साथ में है.

अलीगढ़ :अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव डॉ पूजा शकुन पांडे अपने बयानों से हमेशा विवादों में रहती है. पिछले दिनों महात्मा गांधी के पुतले को गोली मारकर वह चर्चा में आई थी. इसके बाद उन्होने एमयू के छात्र संघ अध्यक्ष द्वारा जम्मू-कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी पर बैन लगाने का विरोध करने वालों को आड़े हाथ लिया है. पूजा शकुन पांडे ने एमयू के कुलपति के नाम खुला पत्र लिखकर खुली बहस की मांग की है.

पूजा शकुन पांडे ने एमयू के कुलपति के नाम खुला पत्र लिखकर खुली बहस की मांग की है.

पूजा शकुन पांडे ने एएमयू के अंदर हो रही घटना को लेकर के कुलपति तारीक मंसूर को घेरा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में जिस तरह की गतिविधियां हो रही है. वह एक शिक्षण संस्थान के लिए ठीक नहीं हैं और इतनी घटनाओं के बाद भी एएमयू कुलपति शांत है. उन्होंने कहा कि छात्र यहां पढ़ने आए हैं. इनका आतंकी संगठनों से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन यहां राजनीति की जा रही है. जिससे एएमयू का रिकॉर्ड लगातार गिरता जा रहा है . एएमयू शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि आतंकवाद को समर्थन देने का स्थान बन चुका है.

पूजा शकुन पांडे ने एएमयू कुलपति को पत्र लिखा है और खुली बहस करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर कुलपति देशभक्त नागरिक हैं, तो जमात-ए-इस्लामी का समर्थन करने वाले छात्र के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं करते हैं? उन्होंने कहा कि एएमयू में जिन्ना की तस्वीर नहीं हटती है. तिरंगा यात्रा का विरोध होता है. यह दर्शाता है कि एएमयू कुलपति देशद्रोही लोगों के साथ में है.

Intro:अलीगढ़ : अखिल भारत हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव डॉ पूजा शकुन पांडे अपने बयानों व कृत्यों से हमेशा विवादों में रहती है. पिछले दिनों महात्मा गांधी के पुतले को गोली मारकर वह चर्चा में आई थी. इसके बाद वे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष द्वारा जम्मू-कश्मीर में जमाते इस्लामी पर बैन लगाने का विरोध करने वालों को आड़े हाथ लिया है. हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडे ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कुलपति तारीक मंसूर के नाम पत्र लिखकर पूछा है कि वह बताएं कि देशद्रोही गतिविधियों में शामिल छात्रों के खिलाफ अब तक कितनी कार्रवाई की गई है? उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय पर उंगली उठाते हुए कहा कि पिछले कई सालों से देशद्रोही गतिविधियां सामने आई हैं. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में ही सिमी का जन्म हुआ था. मन्नान वानी जैसा आतंकी यहां से निकला. उसके मारे जाने पर उसके समर्थन में नमाजे जनाजा हुआ.


Body:वहीं भारत के नक्शे को विवादित तरीके से दिखाया गया. प्रतिबंधित आतंकी संगठन के पक्ष में छात्रसंघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज़ बयानबाजी करते हैं और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय इंतजामियां की चुप्पी से कई सवाल खड़े होते हैं .कश्मीरी छात्रों ने देश विरोधी नारे लगाए. इन सभी सवालों को लेकर कुलपति से जवाब मांगा है. जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने कहा कि सरकार से पूछा जाएगा कि एएमयू को अनुदान क्यों दिया जा रहा है? उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के राष्ट्रपिता होने के बारे में आरटीआई के माध्यम से सवाल पूछा गया था .उसमें बताया गया कि वह राष्ट्रपिता नहीं है. ऐसे में हम कैसे मान लें?


Conclusion:पूजा शकुन पांडे एएमयू के अंदर हो रही घटना को लेकर के कुलपति तारीक मंसूर को घेरा है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में जिस तरह की गतिविधियां हो रही है. वह एक शिक्षण संस्थान के लिए ठीक नहीं है. और इतनी घटनाओं के बाद भी एएमयू कुलपति शांत है. उन्होंने कहा कि छात्र यहां पढ़ने आए हैं. इनका आतंकी संगठनों से कोई लेना देना नहीं है . लेकिन यहां राजनीति की जा रही है. जिससे एएमयू का रिकॉर्ड लगातार गिरता जा रहा है . एएमयू शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि आतंकवाद को समर्थन देने का स्थान बन चुका है. पूजा शकुन पांडे ने एएमयू कुलपति को पत्र लिखा है और खुली बहस करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर कुलपति देशभक्त नागरिक है. तो जमात ए इस्लामी का समर्थन करने वाले छात्र के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं करते हैं? उन्होंने कहा कि एएमयू में जिन्ना की तस्वीर नहीं हटती है. तिरंगा यात्रा का विरोध होता है. और कुलपति की नाक के नीचे आतंकवाद के समर्थन में सभाएं हो जाती है . देश विरोधी नारे लगाए जाते हैं. यह दर्शाता है कि एएमयू कुलपति देशद्रोही लोगों के साथ में है. और इस देश को बांटने का प्रयास करने वाले लोगों के साथ में है. पूजा शकुन पांडे ने कहा कि ऐसे में यह शिक्षण संस्था न होकर आतंकवाद का अड्डा बनता जा रहा है . जो देश की शांति को भंग करने का काम कर रहे हैं. वहीं लोक सभा चुनाव लड़ने के बारे में जब उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि संगठन के पदाधिकारी तय करेंगे कि कौन चुनाव लड़ेगा ? उन्होंने कहा कि मेरा काम सत्य उजागर करने का है. सनातन धर्म व देश की रक्षा करने का है.

बाइट- पूजा शकुन पांडे, राष्ट्रीय सचिव, अखिल भारत हिंदू महासभा

आलोक सिंह, अलीगढ
98378 30535
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