ETV Bharat / state

अलीगढ़: सुपरमून की अनोखी घटना, चांद दिखा सात गुना ज्यादा बड़ा

अलीगढ़ के हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब के कार्यालय पर सुपरमून को टेलीस्कोप के जरिए देखा गया. दरअसल, गुरुवार को चांद अन्य दिनों के मुकाबले ज्यादा बड़ा और ज्यादा चमकीला दिखाई दिया. इस समय चंद्रमा पृथ्वी के काफी करीब होता है.

हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब.
हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब.
author img

By

Published : May 8, 2020, 1:41 PM IST

अलीगढ़: जिले में गुरुवार को सुपर मून की अनोखी घटना को टेलीस्कोप के जरिए लोगों ने देखा. खगोलीय घटनाओं के तहत ये साल की अंतिम घटना है. आईटीआई रोड स्थित हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब के कार्यालय पर सुपरमून को टेलीस्कोप के जरिए देखा गया. हांलाकि लॉकडाउन के चलते इसमें ज्यादा लोग भाग नहीं ले सके, लेकिन यह किसी रोमांच से कम नहीं था.

टेलीस्कोप के जरिए लोगों ने सुपरमून का किया दीदार
दरअसल, गुरुवार को चांद अन्य दिनों के मुकाबले ज्यादा बड़ा और ज्यादा चमकीला दिखाई दिया. इस समय चंद्रमा पृथ्वी के काफी करीब होता है. अलीगढ़ में टेलीस्कोप के जरिए लोगों ने सुपरमून का दीदार किया. पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की औसतन दूरी 3,84,400 किलोमीटर है. लेकिन सुपरमून के दौरान यह दूरी 23 हजार किलोमीटर कम हो जाती है. वहीं बाकी दिनों के मुकाबले चांद बड़ा और चमकदार दिखाई देता है. अब सुपर मून 27 अप्रैल 2021 में दिखेगा.

etv bharat
चांद दिखा सात गुना ज्यादा बड़ा.
हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब के अध्यक्ष ने दी सुपर मून की जानकारी हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब के अध्यक्ष संजय खत्री ने लोगों को सुपर मून के विषय में जानकारी दी और बताया कि गुरुवार को इस साल का आखिरी और चौथा सुपरमून है. आज चंद्रमा सात गुना अधिक बड़ा और नारंगी रंग का दिखता है. इसको खुली आंखों से भी देख सकते है.

हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब के प्रवक्ता रंजन राना ने बताया कि सन 1972 के बाद से नासा ने एक भी व्यक्ति को चंद्रमा पर नहीं भेजा. 48 साल पहले आखिरी Apollo 17 मिशन के बाद इंसान ने चंद्रमा पर कदम नहीं रखा है. जब कि अब टेक्नोलॉजी के मामले में दुनिया कई गुना ज्यादा तरक्की की है.

उन्होंने कहा कि नासा ने उस मिशन पर ऐसा क्या ढूंढ लिया था कि वो दुनिया को नहीं बताना चाहता. रंजन राना ने बताया कि आज के अनुभव का सबसे बड़ा रोमांच यह कि चंद्रमा का वह भाग जो सदैव अंधेरे में डूबा रहता है. उसका भी 17 प्रतिशत भाग देखा जा सकता है.

अलीगढ़: जिले में गुरुवार को सुपर मून की अनोखी घटना को टेलीस्कोप के जरिए लोगों ने देखा. खगोलीय घटनाओं के तहत ये साल की अंतिम घटना है. आईटीआई रोड स्थित हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब के कार्यालय पर सुपरमून को टेलीस्कोप के जरिए देखा गया. हांलाकि लॉकडाउन के चलते इसमें ज्यादा लोग भाग नहीं ले सके, लेकिन यह किसी रोमांच से कम नहीं था.

टेलीस्कोप के जरिए लोगों ने सुपरमून का किया दीदार
दरअसल, गुरुवार को चांद अन्य दिनों के मुकाबले ज्यादा बड़ा और ज्यादा चमकीला दिखाई दिया. इस समय चंद्रमा पृथ्वी के काफी करीब होता है. अलीगढ़ में टेलीस्कोप के जरिए लोगों ने सुपरमून का दीदार किया. पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की औसतन दूरी 3,84,400 किलोमीटर है. लेकिन सुपरमून के दौरान यह दूरी 23 हजार किलोमीटर कम हो जाती है. वहीं बाकी दिनों के मुकाबले चांद बड़ा और चमकदार दिखाई देता है. अब सुपर मून 27 अप्रैल 2021 में दिखेगा.

etv bharat
चांद दिखा सात गुना ज्यादा बड़ा.
हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब के अध्यक्ष ने दी सुपर मून की जानकारी हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब के अध्यक्ष संजय खत्री ने लोगों को सुपर मून के विषय में जानकारी दी और बताया कि गुरुवार को इस साल का आखिरी और चौथा सुपरमून है. आज चंद्रमा सात गुना अधिक बड़ा और नारंगी रंग का दिखता है. इसको खुली आंखों से भी देख सकते है.

हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब के प्रवक्ता रंजन राना ने बताया कि सन 1972 के बाद से नासा ने एक भी व्यक्ति को चंद्रमा पर नहीं भेजा. 48 साल पहले आखिरी Apollo 17 मिशन के बाद इंसान ने चंद्रमा पर कदम नहीं रखा है. जब कि अब टेक्नोलॉजी के मामले में दुनिया कई गुना ज्यादा तरक्की की है.

उन्होंने कहा कि नासा ने उस मिशन पर ऐसा क्या ढूंढ लिया था कि वो दुनिया को नहीं बताना चाहता. रंजन राना ने बताया कि आज के अनुभव का सबसे बड़ा रोमांच यह कि चंद्रमा का वह भाग जो सदैव अंधेरे में डूबा रहता है. उसका भी 17 प्रतिशत भाग देखा जा सकता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.