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कागजों पर हो रहा विकास, बदहाल सड़कों से टूट रही आस - अलीगढ़ स्मार्ट सिटी

अलीगढ़ में स्मार्ट सिटी के नाम पर लोगों के साथ धोखा हुआ है. जिले का विकास कागजों तक ही सीमित हो कर रह गया है. शहर की मेडिकल रोड लोगों के लिए दुर्घटना का सबब बन गई हैं.

aligarh smart city
मेडिकल रोड से परेशान लोग
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Published : Feb 10, 2021, 3:26 PM IST

अलीगढ़: केंद्र ने अलीगढ़ को स्मार्ट सिटी की लिस्ट में शामिल किया है, लेकिन स्मार्ट सिटी का विकास केवल पेपरों तक ही सीमित है. जिले की जनता के साथ विकास के नाम पर धोखा हो रहा है. शहर में मेडिकल रोड की हालत बदहाल है. करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. ढाई साल पहले सड़क चौड़ीकरण के लिए दुकानों और घरों को तोड़ा गया था. इसके बाद चौड़ीकरण के नाम पर मेडिकल रोड पर सड़क के बीच में ही डिवाइडर बना दिया गया. यह डिवाइडर अब टूट चुका है.

स्मार्ट सिटी में नहीं हो रहा विकास

नगर निगम कर रहा है लापरवाही

मेडिकल रोड अब गली में तब्दील हो गई. मेडिकल रोड पर एंबुलेंस निकालने में भी परेशानी होती है. इस रोड पर घर और दुकान तोड़कर नाला तो बना दिया गया है, लेकिन सड़क चौड़ी नहीं की गई है. लोगों ने बुधवार को यहां डिवाइडर हटाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने बताया कि डिवाइडर जानलेवा हो चुका है. गाड़ियां अक्सर डिवाइडर से टकरा जाती हैं. इससे लोग घायल हो जाते हैं. नगर निगम इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा. स्थानीय लोगों ने कई बार डिवाइडर हटाने की मांग नगर निगम से की, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि सड़क चौड़ी नहीं कराई गई, तो नगर निगम का घेराव किया जाएगा.

बस नाम की स्मार्ट सिटी

स्थानीय निवासी इंजीनियर आगा यूनुस ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने के लिए लोग गंभीर हालत में आते हैं. उनके लिए एक-एक पल कीमती होता है. उन्होंने कहा कि जिले को स्मार्ट सिटी का नाम तो दे दिया गया है, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ नहीं किया गया. इस रोड पर एंबुलेंस अक्सर जाम में फंस जाती है. आगा यूनुस ने कहा कि यदि 15 दिन में मेडिकल रोड को सही नहीं कराया तो नगर निगम का घेराव कर प्रदर्शन किया जाएगा. स्थानीय निवासी महेश शर्मा ने मांग की है कि डिवाइडर हटाया जाए. इससे एंबुलेंस को मेडिकल कॉलेज तक ले जाने में को आसानी हो जाएगी.

समस्या के प्रति गंभीर नहीं है नगर निगम

डॉ. नाहिद ने मांग की कि सड़क का चौड़ीकरण किया जाए और डिवाइडर को हटाया जाए. इससे आम इंसान को असुविधा न हो. नगर निगम मेडिकल रोड को लेकर गंभीर नहीं है. जेएन मेडिकल कॉलेज जाने के लिए मुख्य मार्ग मेडिकल रोड ही है, लेकिन इस रोड की स्थिति दयनीय है.

सड़क को चौड़ा करने की मांग

जरीना ने बताया कि डिवाइडर बनाने से सड़क गली की तरह हो गई है. यहां से न तो एंबुलेंस निकल पाती है और न ही गाड़ियां. जाम लगने से एम्बुलेंस में गंभीर मरीजों की मौत भी हो जाती है. जरीना ने मेडिकल रोड से डिवाइडर हटाने की मांग की है. इमरान मिंटो ने बताया कि डिवाइडर की वजह से जनता परेशान है. एंबुलेंस भी अस्पताल देर से पहुंचती है. नगर निगम जल्द से जल्द डिवाइडर हटाकर जनता को सुविधा प्रदान करनी चाहिए.

अलीगढ़: केंद्र ने अलीगढ़ को स्मार्ट सिटी की लिस्ट में शामिल किया है, लेकिन स्मार्ट सिटी का विकास केवल पेपरों तक ही सीमित है. जिले की जनता के साथ विकास के नाम पर धोखा हो रहा है. शहर में मेडिकल रोड की हालत बदहाल है. करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. ढाई साल पहले सड़क चौड़ीकरण के लिए दुकानों और घरों को तोड़ा गया था. इसके बाद चौड़ीकरण के नाम पर मेडिकल रोड पर सड़क के बीच में ही डिवाइडर बना दिया गया. यह डिवाइडर अब टूट चुका है.

स्मार्ट सिटी में नहीं हो रहा विकास

नगर निगम कर रहा है लापरवाही

मेडिकल रोड अब गली में तब्दील हो गई. मेडिकल रोड पर एंबुलेंस निकालने में भी परेशानी होती है. इस रोड पर घर और दुकान तोड़कर नाला तो बना दिया गया है, लेकिन सड़क चौड़ी नहीं की गई है. लोगों ने बुधवार को यहां डिवाइडर हटाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. स्थानीय लोगों ने बताया कि डिवाइडर जानलेवा हो चुका है. गाड़ियां अक्सर डिवाइडर से टकरा जाती हैं. इससे लोग घायल हो जाते हैं. नगर निगम इन समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा. स्थानीय लोगों ने कई बार डिवाइडर हटाने की मांग नगर निगम से की, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि सड़क चौड़ी नहीं कराई गई, तो नगर निगम का घेराव किया जाएगा.

बस नाम की स्मार्ट सिटी

स्थानीय निवासी इंजीनियर आगा यूनुस ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में इलाज कराने के लिए लोग गंभीर हालत में आते हैं. उनके लिए एक-एक पल कीमती होता है. उन्होंने कहा कि जिले को स्मार्ट सिटी का नाम तो दे दिया गया है, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ नहीं किया गया. इस रोड पर एंबुलेंस अक्सर जाम में फंस जाती है. आगा यूनुस ने कहा कि यदि 15 दिन में मेडिकल रोड को सही नहीं कराया तो नगर निगम का घेराव कर प्रदर्शन किया जाएगा. स्थानीय निवासी महेश शर्मा ने मांग की है कि डिवाइडर हटाया जाए. इससे एंबुलेंस को मेडिकल कॉलेज तक ले जाने में को आसानी हो जाएगी.

समस्या के प्रति गंभीर नहीं है नगर निगम

डॉ. नाहिद ने मांग की कि सड़क का चौड़ीकरण किया जाए और डिवाइडर को हटाया जाए. इससे आम इंसान को असुविधा न हो. नगर निगम मेडिकल रोड को लेकर गंभीर नहीं है. जेएन मेडिकल कॉलेज जाने के लिए मुख्य मार्ग मेडिकल रोड ही है, लेकिन इस रोड की स्थिति दयनीय है.

सड़क को चौड़ा करने की मांग

जरीना ने बताया कि डिवाइडर बनाने से सड़क गली की तरह हो गई है. यहां से न तो एंबुलेंस निकल पाती है और न ही गाड़ियां. जाम लगने से एम्बुलेंस में गंभीर मरीजों की मौत भी हो जाती है. जरीना ने मेडिकल रोड से डिवाइडर हटाने की मांग की है. इमरान मिंटो ने बताया कि डिवाइडर की वजह से जनता परेशान है. एंबुलेंस भी अस्पताल देर से पहुंचती है. नगर निगम जल्द से जल्द डिवाइडर हटाकर जनता को सुविधा प्रदान करनी चाहिए.

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