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CAA प्रदर्शनकारियों की मदद करेगा AMU में बना कानूनी सहायता डेस्क

सीएए व एनआरसी के खिलाफ हुए प्रदर्शनों में हुई हिंसा पर पुलिस ने बड़ी संख्या में केस दर्ज किए हैं. इसके मद्देनजर एएमयू समन्वय समिति ने कानूनी सहायता डेस्क का गठन किया है. यह डेस्क लोगों पर दर्ज मामलों में उनकी कानूनी मदद करेगा.

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AMU में बना कानूनी सहायता डेस्क.
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Published : Mar 9, 2020, 9:30 AM IST

अलीगढ़: सीएए व एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर दर्ज मुकदमों की पैरवी के लिए एएमयू समन्वय समिति ने कानूनी सहायता डेस्क का गठन किया है. ऊपरकोट में हुई घटना को लेकर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किये गए हैं. एएमयू समन्वय समिति ने बाबे सैयद गेट पर पत्रकार वार्ता में बताया कि मुकदमा दर्ज होने से कई लोग डरे हुए हैं. इसलिए एक कानूनी सहायता डेस्क का गठन किया है. इसमें एडवोकेट मदद करेंगे. यह एडवोकेट बाबे सैयद गेट पर शाम को बैठेंगे. जिन प्रोटेस्ट करने वालों पर फर्जी मुकदमे दर्ज हैं. उनको खत्म कराने का प्रयास किया जाएगा. इसके साथ ही यदि किसी को पुलिस ने टॉर्चर किया है, तो पुलिस के खिलाफ केस दर्ज कराने की पूरी कोशिश होगी.

AMU में बना कानूनी सहायता डेस्क.

एएमयू समन्वय समिति के प्रवक्ता इमरान खान ने बताया कि सीएए व एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को पुलिस टॉर्चर कर रही है. कई लोगों पर दंगा भड़काने का मुकदमा लगाया गया है. इमरान ने बताया कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना जनता का डेमोक्रेटिक अधिकार है और संविधान इसकी इजाजत देता है. अगर पुलिस कानून के विरुद्ध काम करेगी, तो पुलिस को भी कटघरे में खड़ा करेंगे और सवाल उठाएंगे. इमरान ने बताया कि प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ जो पोस्टर लगाए जा रहे हैं, वह ठीक नहीं है.

छात्र जुबैर ने बताया कि मेरे ऊपर गुंडा एक्ट लगा दिया गया है. शांतिपूर्वक विरोध करने वालों पर संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. वहीं वकील इफ्राहिम चौधरी ने कहा कि पुलिस की तरफ से जो मुकदमे दर्ज होने से लोग भयभीत हैं. लोगों को कानून के बारे में जानकारी नहीं है. इस वजह से मुकदमा दर्ज होने के बाद लोगों को डराया जा रहा है. हम लोगों को विधिक सहायता देकर इंसाफ दिलाने का काम करेंगे.

ये भी पढ़ें- साथी की गिरफ्तारी के विरोध में एएमयू छात्रों ने लगाया जाम, रिहाई की मांग

अलीगढ़: सीएए व एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर दर्ज मुकदमों की पैरवी के लिए एएमयू समन्वय समिति ने कानूनी सहायता डेस्क का गठन किया है. ऊपरकोट में हुई घटना को लेकर नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किये गए हैं. एएमयू समन्वय समिति ने बाबे सैयद गेट पर पत्रकार वार्ता में बताया कि मुकदमा दर्ज होने से कई लोग डरे हुए हैं. इसलिए एक कानूनी सहायता डेस्क का गठन किया है. इसमें एडवोकेट मदद करेंगे. यह एडवोकेट बाबे सैयद गेट पर शाम को बैठेंगे. जिन प्रोटेस्ट करने वालों पर फर्जी मुकदमे दर्ज हैं. उनको खत्म कराने का प्रयास किया जाएगा. इसके साथ ही यदि किसी को पुलिस ने टॉर्चर किया है, तो पुलिस के खिलाफ केस दर्ज कराने की पूरी कोशिश होगी.

AMU में बना कानूनी सहायता डेस्क.

एएमयू समन्वय समिति के प्रवक्ता इमरान खान ने बताया कि सीएए व एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को पुलिस टॉर्चर कर रही है. कई लोगों पर दंगा भड़काने का मुकदमा लगाया गया है. इमरान ने बताया कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना जनता का डेमोक्रेटिक अधिकार है और संविधान इसकी इजाजत देता है. अगर पुलिस कानून के विरुद्ध काम करेगी, तो पुलिस को भी कटघरे में खड़ा करेंगे और सवाल उठाएंगे. इमरान ने बताया कि प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ जो पोस्टर लगाए जा रहे हैं, वह ठीक नहीं है.

छात्र जुबैर ने बताया कि मेरे ऊपर गुंडा एक्ट लगा दिया गया है. शांतिपूर्वक विरोध करने वालों पर संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं. वहीं वकील इफ्राहिम चौधरी ने कहा कि पुलिस की तरफ से जो मुकदमे दर्ज होने से लोग भयभीत हैं. लोगों को कानून के बारे में जानकारी नहीं है. इस वजह से मुकदमा दर्ज होने के बाद लोगों को डराया जा रहा है. हम लोगों को विधिक सहायता देकर इंसाफ दिलाने का काम करेंगे.

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