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एएमयू में कश्मीरी छात्रों से मांगी गई पर्सनल जानकारी, कश्मीरी छात्र परेशान

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Published : Jan 4, 2023, 9:11 PM IST

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) में पढ़ने वाले सभी छात्रों से पुलिस की तरफ से डिटेल सहित जानकारी मांगी गई है. जानकारी मांगने के बाद विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र परेशान हो गए हैं.

प्रॉक्टर
प्रॉक्टर
एएमयू के छात्र और प्रॉक्टर ने यह बताया

अलीगढ़ः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) में पुलिस द्वारा कश्मीरी छात्रों से जानकारी मांगने का मामला तूल पकड़ रहा है. इससे कश्मीरी छात्र परेशान हैं. वहीं, पुलिस का पत्र विश्वविद्यालय के समस्त विभागों के चेयरमैन व एडमिशन सेक्शन से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए पत्र जारी किया गया है. एएमयू के असिस्टेंट कंट्रोलर फैसल वारिस की ओर से जारी पत्र में डीन स्टूडेंट वेलफेयर समस्त विभागों के चेयरमैन, कॉलेज के प्रिंसिपल सहित अन्य विभागों को पत्र लिखकर जम्मू कश्मीर निवासी छात्र-छात्राओं से जानकारी मांगी है.

एएमयू में पढ़ने वाले छात्रों से विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है
एएमयू में पढ़ने वाले छात्रों से विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है

बता दें कि पत्र में एक फार्मेट जारी कर कहा गया है कि अध्यनरत छात्रों की कुल कितनी संख्या है. पत्र में यह भी हवाला दिया गया है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से जानकारी को प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय से संपर्क किया गया है. ऐसे में जानकारी प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराई जाए. इस मामले को लेकर कश्मीरी छात्रों ने बताया कि यह पहली बार है. जब इस तरह की इंफॉर्मेशन ली जा रही है. आखिर कश्मीरी छात्रों से पर्सनल इंफॉर्मेशन क्यों ली जा रही है. इससे छात्र चिंतित हैं कि आखिर इस तरह की इंफॉर्मेशन एसएसपी क्यों मंगा रहे हैं. इसको लेकर कश्मीरी व पूर्वोत्तर भारत के छात्रों से फॉर्म भरवाया जा रहा है. जब कश्मीरी छात्रों का पूरा डाटा एएमयू प्रशासन के पास है तो आखिर फिर से जानकारी के लिए फार्म क्यों भराए जा रहे हैं. अगर पुलिस प्रशासन को जानकारी चाहिए तो वह एएमयू प्रशासन से जानकारी जुटाये. इस मामले में छात्रों को क्यों इंवॉल्व किया जा रहा है.

पत्र में जम्मू कश्मीर के छात्रों से पर्सनल जानकारी मांगी जा रही है. जिसमें उनके परिवार के लोगों का नाम, परमानेंट एड्रेस और मोबाइल नंबर की जानकारी मांगी गई है. यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से 31 को नोटिफिकेशन जारी किया गया. इसको लेकर फॉर्म भरवाए जा रहे हैं. एएमयू में कश्मीरी छात्र पहले से ही परेशान चल रहे थे. एक बार फिर से पुलिस प्रशासन द्वारा ऐसी जानकारी के बाद कश्मीरी छात्र परेशान दिख रहे हैं. जब कश्मीरी छात्रों ने एएमयू प्रशासन से इस बारे में पूछा तो कोई जानकारी नहीं मिली. इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह एक रूटीन है.

इस मामले में एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली (AMU Proctor Professor Wasim Ali) ने बताया कि पुलिस की तरफ से लेटर आया था. जिसमें कश्मीरी व यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कुल छात्रों की संख्या पूछी गई है. सिर्फ कश्मीर ही नहीं नॉर्थ ईस्ट, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा के जो छात्र एएमयू में पढ़ रहे हैं. उनके बारे में डिटेल सहित जानकारी मांगी गई है. यह जानकारी डेटाबेस सूचना कहलाती है. जो यूनिवर्सिटी के पास मौजूद रहती है. प्रोफेसर वसीम अली ने कहा कि इसमें छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने बताया कि यह डेटाबेस इंफॉर्मेशन हर साल जिला प्रशासन को जाती है. प्रोफेसर वसीम अली यह भी कहते हैं कि उनकी सुरक्षा के लिए शायद सूचनाएं मांगी गई हों.

यह भी पढ़ें- लखनऊ विश्वविद्यालय की विदेशों में शाखा खोलने की तैयारी, कुलपति ने कही ये बात

एएमयू के छात्र और प्रॉक्टर ने यह बताया

अलीगढ़ः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) में पुलिस द्वारा कश्मीरी छात्रों से जानकारी मांगने का मामला तूल पकड़ रहा है. इससे कश्मीरी छात्र परेशान हैं. वहीं, पुलिस का पत्र विश्वविद्यालय के समस्त विभागों के चेयरमैन व एडमिशन सेक्शन से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए पत्र जारी किया गया है. एएमयू के असिस्टेंट कंट्रोलर फैसल वारिस की ओर से जारी पत्र में डीन स्टूडेंट वेलफेयर समस्त विभागों के चेयरमैन, कॉलेज के प्रिंसिपल सहित अन्य विभागों को पत्र लिखकर जम्मू कश्मीर निवासी छात्र-छात्राओं से जानकारी मांगी है.

एएमयू में पढ़ने वाले छात्रों से विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है
एएमयू में पढ़ने वाले छात्रों से विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है

बता दें कि पत्र में एक फार्मेट जारी कर कहा गया है कि अध्यनरत छात्रों की कुल कितनी संख्या है. पत्र में यह भी हवाला दिया गया है कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से जानकारी को प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय से संपर्क किया गया है. ऐसे में जानकारी प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराई जाए. इस मामले को लेकर कश्मीरी छात्रों ने बताया कि यह पहली बार है. जब इस तरह की इंफॉर्मेशन ली जा रही है. आखिर कश्मीरी छात्रों से पर्सनल इंफॉर्मेशन क्यों ली जा रही है. इससे छात्र चिंतित हैं कि आखिर इस तरह की इंफॉर्मेशन एसएसपी क्यों मंगा रहे हैं. इसको लेकर कश्मीरी व पूर्वोत्तर भारत के छात्रों से फॉर्म भरवाया जा रहा है. जब कश्मीरी छात्रों का पूरा डाटा एएमयू प्रशासन के पास है तो आखिर फिर से जानकारी के लिए फार्म क्यों भराए जा रहे हैं. अगर पुलिस प्रशासन को जानकारी चाहिए तो वह एएमयू प्रशासन से जानकारी जुटाये. इस मामले में छात्रों को क्यों इंवॉल्व किया जा रहा है.

पत्र में जम्मू कश्मीर के छात्रों से पर्सनल जानकारी मांगी जा रही है. जिसमें उनके परिवार के लोगों का नाम, परमानेंट एड्रेस और मोबाइल नंबर की जानकारी मांगी गई है. यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से 31 को नोटिफिकेशन जारी किया गया. इसको लेकर फॉर्म भरवाए जा रहे हैं. एएमयू में कश्मीरी छात्र पहले से ही परेशान चल रहे थे. एक बार फिर से पुलिस प्रशासन द्वारा ऐसी जानकारी के बाद कश्मीरी छात्र परेशान दिख रहे हैं. जब कश्मीरी छात्रों ने एएमयू प्रशासन से इस बारे में पूछा तो कोई जानकारी नहीं मिली. इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह एक रूटीन है.

इस मामले में एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली (AMU Proctor Professor Wasim Ali) ने बताया कि पुलिस की तरफ से लेटर आया था. जिसमें कश्मीरी व यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले कुल छात्रों की संख्या पूछी गई है. सिर्फ कश्मीर ही नहीं नॉर्थ ईस्ट, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा के जो छात्र एएमयू में पढ़ रहे हैं. उनके बारे में डिटेल सहित जानकारी मांगी गई है. यह जानकारी डेटाबेस सूचना कहलाती है. जो यूनिवर्सिटी के पास मौजूद रहती है. प्रोफेसर वसीम अली ने कहा कि इसमें छात्रों को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने बताया कि यह डेटाबेस इंफॉर्मेशन हर साल जिला प्रशासन को जाती है. प्रोफेसर वसीम अली यह भी कहते हैं कि उनकी सुरक्षा के लिए शायद सूचनाएं मांगी गई हों.

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