अलीगढ़: जिले के थाना टप्पल के नूरपुर में बारात चढ़ाने को लेकर हुए विवाद में AIMIM लीडर नाजिम अली के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. उन पर इस मामले में भड़काऊ बयान देने के आरोप हैं, जिसको लेकर गुरुवार को थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज हुआ है. दरअसल नूरपुर में बरात चढ़त को लेकर दो समुदायों में विवाद हुआ था.इस मामले में भाजपा के सांसद सतीश गौतम और पूर्व मेयर शकुंतला भारती ने नूरपुर गांव पहुंचकर एक समुदाय के पक्ष में बयान दिया था. जिसके बाद एआईएमआईएम के यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष नाजिम अली ने भड़काऊ बयान देकर माहौल गरमा दिया था.
नाजिम अली ने कहा कि सतीश गौतम और शकुंतला भारती बहुत सस्ती राजनीति कर रहे हैं. वे नूरपुर का माहौल गर्म कर हिंदू-मुस्लिम दंगे कराना चाहते हैं. कोरोना काल में नूरपुर में भीड़ एकत्रित करने का काम किया गया, जो कि कोविड-19 नियमों के खिलाफ है. नाजिम ने कहा कि 2022 में विधानसभा चुनाव हैं. इसलिए हिंदू-मुस्लिम की राजनीति की जा रही है. उन्होंने कहा कि वह नूरपुर की मस्जिद में नमाज पढ़ेंगे और कोई रोक नहीं सकता और बिना परमिशन के मस्जिद के सामने से बारात भी नहीं जाने देंगे.
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बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया
ओवैसी की पार्टी के नेता नाजिम अली के खिलाफ जानबूझकर शांति भंग करना, धार्मिक टिप्पणी, समुदाय के बीच वैमनस्यता पैदा करना, सोशल साइट्स पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा दर्ज करने को लेकर एआईएमआईएम यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष नाजिम अली ने कहा कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है. भाजपा के लोग उत्पीड़न कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मस्जिद में बिना परमिशन प्रवेश की बात कोविड नियमों के तहत कही थी. पुलिस प्रशासन भाजपा नेताओं के दबाव में काम कर रहा है. इसलिए मुकदमा दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि हम संवैधान का पालन करते हैं.