अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हुए विवाद के बाद समझौते कराने के लिए लोग आगे आ रहे हैं. पूर्व विधायक जमीर उल्लाह और एएमयू के प्रोफेसर और बुद्धिजीवियों ने जिलाधिकारी से इस संदर्भ में मुलाकात की. उन्होंने दोनों छात्र गुटों के आपसी विवाद को खत्म कर देश में बन रहे माहौल के बाद आतंक के खिलाफ लड़ाई की अपील की है. एएमयू के प्रबुद्ध लोग इस मामले में जिलाधिकारी से मिले और ज्ञापन देकर जाति और मजहब को भूलकर एकता का प्रयास करने की अपील की.
मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शमीम अहमद ने कहा कि इलेक्शन करीब आ रहे हैं. लोग राजनीति करना चाहते हैं और यह देश द्रोह का कोई मामला नहीं बनता है. यह घर का ही मामला है और इसको सुलझा लेना चाहिए. वहीं पूर्व विधायक हाजी जमीर उल्ला ने कहा कि यह वक्त देश के लिए खड़े होने का है, जिनके परिवार वाले शहीद हुए हैं.
वहीं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाअध्यक्ष ने भी जिलाधिकारी को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन दिया. जिसमें एएमयू छात्रसंघ को सस्पेंड करने की मांग की है. साथ ही कुलपति, रजिस्ट्रार और प्रॉक्टर को हटाए जाने की मांग की है. वहीं छात्र नेता अजय सिंह का निलंबन वापस किए जाने की मांग रखी है. क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह ने कहा कि एएमयू राजनीति का अखाड़ा नहीं है, शिक्षण संस्थान है. इसलिए धर्म और जाति के आधार पर यहां बांटा नहीं जा सकता.