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आपके बच्चों के लिये कैसे खतरनाक हो सकता है हैंड सैनिटाइजर, जानने के लिये पढ़ें ...

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों के लिए हैंड सैनिटाइजर को बेहद खतरनाक बताया है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग शहर के सभी स्कूलों को सर्कुलर भेजने की तैयारी कर रहा है. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम स्कूलों में जाकर इस संबंध में शिक्षकों और संचालकों को जागरूक भी करेगा.

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Published : Jul 31, 2019, 9:17 AM IST

डॉक्टरों ने हैंड सैनिटाइजर को बताया बेहद खतरनाक.

अलीगढ़: जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने स्कूलों में छात्रों को हाथ साफ करने के लिए सुझाया जा रहे हैंड सैनिटाइजर को बेहद खतरनाक बताया है. स्वास्थ्य विभाग अब सभी स्कूलों के लिए एडवाइजरी जारी करने जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि छात्रों को हैंड सैनिटाइजर लेने के लिए स्कूल बाध्य न करें.

दरअसल स्वास्थ्य विभाग में अर्बन मलेरिया अधिकारी डॉ. देवेंद्र वार्ष्णेय ने कलेक्ट्रेट में संचारी रोग नियंत्रण की बैठक में हैंड सैनिटाइजर के मुद्दे को उठाया था. स्वयं डॉक्टर अमेरिका में ट्रेनिंग लेकर आए हैं. इस दौरान उन्होंने बताया कि हैंड सैनिटाइजर से बच्चों के हाथों की सबसे ऊपरी त्वचा छिल जाती है. इससे नई त्वचा संक्रमण के लिए अनुकूल हो जाती है और छात्र त्वचा संबंधी रोग का शिकार हो जाते हैं.

डॉक्टरों ने हैंड सैनिटाइजर को बताया बेहद खतरनाक.

हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल न करने की स्वास्थ्य विभाग ने की अपील

  • हैंड सैनिटाइजर के इस्तेमाल से हाथ के हानिकारक जीवाणु नष्ट हो जाते हैं.
  • साथ ही हमारी त्वचा के लिए लाभदायक कीटाणु भी डेड हो जाते हैं.
  • इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने हैंड सैनिटाइजर का उपयोग न करने की अपील की है.
  • स्वास्थ्य विभाग ने साबुन का उपयोग करने का ही सुझाव दिया है.
  • हैंड सैनिटाइजर में जो सब्सटेंस होते हैं वे अल्कोहल बेस्ड हैं.
  • अल्कोहल बेस सैनिटाइजर कुछ हानिकारक कीटाणुओं को ही मारते हैं, हैवी मेटल्स जैसे लैड को नहीं हटा पाते.
  • हैड सैनिटाइजर न ही हाथों से पेस्टिसाइड्स को और न ही मड या ग्रीजी मैटेरियल को दूर कर पाते हैं.

डॉ. देवेंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि साबुन से हाथ धोना ज्यादा अच्छा होता है. उन्होंने बताया कि छोटे बच्चे हैंड सैनिटाइजर को सूंघने लगते हैं, जो कि अच्छी आदत नहीं होती. बच्चों के मस्तिष्क पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि स्कूल किसी भी बच्चे को हैंड सैनिटाइजर लाने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है, इसलिये स्कूल अपने शौचालय में छात्रों के लिए साबुन उपलब्ध कराए.

अलीगढ़: जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने स्कूलों में छात्रों को हाथ साफ करने के लिए सुझाया जा रहे हैंड सैनिटाइजर को बेहद खतरनाक बताया है. स्वास्थ्य विभाग अब सभी स्कूलों के लिए एडवाइजरी जारी करने जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि छात्रों को हैंड सैनिटाइजर लेने के लिए स्कूल बाध्य न करें.

दरअसल स्वास्थ्य विभाग में अर्बन मलेरिया अधिकारी डॉ. देवेंद्र वार्ष्णेय ने कलेक्ट्रेट में संचारी रोग नियंत्रण की बैठक में हैंड सैनिटाइजर के मुद्दे को उठाया था. स्वयं डॉक्टर अमेरिका में ट्रेनिंग लेकर आए हैं. इस दौरान उन्होंने बताया कि हैंड सैनिटाइजर से बच्चों के हाथों की सबसे ऊपरी त्वचा छिल जाती है. इससे नई त्वचा संक्रमण के लिए अनुकूल हो जाती है और छात्र त्वचा संबंधी रोग का शिकार हो जाते हैं.

डॉक्टरों ने हैंड सैनिटाइजर को बताया बेहद खतरनाक.

हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल न करने की स्वास्थ्य विभाग ने की अपील

  • हैंड सैनिटाइजर के इस्तेमाल से हाथ के हानिकारक जीवाणु नष्ट हो जाते हैं.
  • साथ ही हमारी त्वचा के लिए लाभदायक कीटाणु भी डेड हो जाते हैं.
  • इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने हैंड सैनिटाइजर का उपयोग न करने की अपील की है.
  • स्वास्थ्य विभाग ने साबुन का उपयोग करने का ही सुझाव दिया है.
  • हैंड सैनिटाइजर में जो सब्सटेंस होते हैं वे अल्कोहल बेस्ड हैं.
  • अल्कोहल बेस सैनिटाइजर कुछ हानिकारक कीटाणुओं को ही मारते हैं, हैवी मेटल्स जैसे लैड को नहीं हटा पाते.
  • हैड सैनिटाइजर न ही हाथों से पेस्टिसाइड्स को और न ही मड या ग्रीजी मैटेरियल को दूर कर पाते हैं.

डॉ. देवेंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि साबुन से हाथ धोना ज्यादा अच्छा होता है. उन्होंने बताया कि छोटे बच्चे हैंड सैनिटाइजर को सूंघने लगते हैं, जो कि अच्छी आदत नहीं होती. बच्चों के मस्तिष्क पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि स्कूल किसी भी बच्चे को हैंड सैनिटाइजर लाने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है, इसलिये स्कूल अपने शौचालय में छात्रों के लिए साबुन उपलब्ध कराए.

Intro:अलीगढ़  : अलीगढ़ में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने स्कूलों में छात्रों को हाथ साफ करने के लिए सुझाया जा रहा हैंड सैनिटाइजर को बेहद खतरनाक बताया है. स्वास्थ्य विभाग अब सभी स्कूलों के लिए एडवाइजरी जारी करने जा रहा है. छात्रों को हैंड सैनिटाइजर लाने के लिए स्कूल बाध्य न करें. स्वास्थ्य विभाग में अर्बन मलेरिया अधिकारी डॉ देवेंद्र वार्ष्णेय ने कलेक्ट्रेट में संचारी रोग नियंत्रण की बैठक में मुद्दे को उठाया था. स्वयं डॉक्टर अमेरिका में ट्रेनिंग लेकर आये हैं. डॉक्टर देवेंद्र ने बताया की हैंड सैनीटाइजर से बच्चों के हाथों की सबसे ऊपरी त्वचा छिल जाती है. जिससे नई त्वचा संक्रमण के लिए अनुकूल हो जाती है और छात्र त्वचा संबंधी रोग का शिकार हो जाते हैं. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग शहर के सभी स्कूलों को सर्कुलर भेजने की तैयारी कर रहा है. साथ ही स्वास्थ्य विभाग स्वयं स्कूलों में जाकर इस संबंध में वहां के शिक्षकों और संचालकों को जागरूक भी करेंगा.








Body:स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर देवेंद्र ने हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल न करने की अपील की है. उन्होंने बताया कि इसके इस्तेमाल से हाथ के हानिकारक जर्म नष्ट हो जाते हैं वही हमारी त्वचा के लिए लाभदायक कीटाणु भी डेड हो जाते हैं . इसलिए हैंड सैनिटाइजर का उपयोग ना करें. डा देवेन्द्र ने साबुन का ही उपयोग करने का ही सुझाव दिया है.



Conclusion:डॉ देवेंद्र वार्ष्णेय ने बताया कि हैंड सैनिटाइजर पहले केवल अस्पतालों में प्रयोग किया जाता था. लेकिन अब मार्केट में छोटे पैकेट में मिलने लगा है. जो कि आम लोगों तक पहुंच गया है. यह ठीक नहीं है. हैंड सैनिटाइजर में जो सब्सटेंस होते हैं . वो अल्कोहल बेस हैं. अल्कोहल बेस सैनिटाइजर  कुछ हानिकारक कीटाणुओं को ही मारते हैं. हैवी मेटल्स जैसे लैड को नहीं हटा पाते और ना ही पेस्टिसाइड्स को हटा पाते हैं. मड या ग्रीजी  मैटेरियल को भी सैनिटाइजर दूर नहीं कर पाता है. वहीं साबुन से हाथ धोना ज्यादा अच्छा होता है. उन्होंने बताया छोटे बच्चे हैंड सैनिटाइजर को सूंघने लगते हैं. जो  अच्छी आदत नहीं होती. बच्चों के मस्तिष्क पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है. उन्होंने कहा कि स्कूल किसी भी बच्चे को हैंड सैनिटाइजर लाने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है. स्कूल अपने शौचालय में छात्रों के लिए साबुन उपलब्ध कराये . उन्होंने बताया कि हैंड सैनीटाइजर को लेकर स्वास्थ्य विभाग गाइडलाइन जारी करने जा रहा है और स्कूलों को एडवाइजरी भी भेजी जाएगी. उन्होंने कहा कि बच्चों से इसको दूर रखा जाएं. 

बाइट - डा देवेन्द्र वार्ष्णेय , क्षेत्रीय अर्बन मलेरिया  अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग

आलोक सिंह , अलीगढ़
9837830535
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