अलीगढ़ : जिले में एक दलित युवती के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. जिसके बाद प्रशासन के हाथ-पाव फूल गए. दरअसल, गुरुवार को अकराबाद थाना क्षेत्र में एक दलित युवती का शव अर्धनग्न अवस्था में बाजरे के खेत में मिला था. शव मिलने के बाद परिजनों ने दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई थी. युवती का शव गुरुवार की देर रात को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद उसके गांव पहुंचाया. जिसके बाद युवती के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया.
पुलिस और स्थानीय लोगों ने परिजनों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन पुलिस की सारी कोशिशें नाकाम रहीं. आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़ित पक्ष अपनी जिद पर अड़ा रहा. जिसके बाद एसडीएम कोल, कुलदेव सिंह व सीओ सुमन कनौजिया ने पीड़तों को समझाया. स्थानीय लोगों, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता व जिला प्रशासन द्वारा काफी समझाने और कार्रवाई करने का अश्वाशन देने पर पीड़ित पक्ष ने शव का अंतिम संस्कार करने की अनुमति दी. पुलिस एवं जिला प्रशासन की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
बता दें, कि युवती की हत्या करने के आरोपी अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं. जिसके कारण पीड़ित पक्ष के लोगों में अक्रोश है. इस घटना का पर्दाफॉस करने के लिए एसपी ग्रामीण की अगुवाई में पुलिस टीम जांच पड़ताल कर रही है. पुलिस घटना का जल्द से जल्द खुलासा करने के लिए युवती के मोबाइल की कॉल डिटेल को खंगाल रही है. पुलिस इस मामले में 2 लोगों से पूछताछ भी कर रही है. हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, युवती का गला और मुंह दबाकर उसकी हत्या की गई थी. उसे जबरन कोई जहरीला पदार्थ खिलाने की कोशिश भी की गई थी.
पीड़ित पक्ष से मिलने पहुंचे राजनीतिक दल
अकराबाद थाना क्षेत्र में मिले दलित युवती के शव के मामले की भनक राजनीतिक गलियारे तक पहुंच गई है. शुक्रवार की सुबह से ही पीड़ितों के घर लोगों का आना-जाना शुरू हो गया. इसी क्रम में बसपा और भीम आर्मी के कार्यकर्ता पीड़ितों से मिलने पहुंचे. पीड़ितों से मिलने पहुंचे भीम आर्मी के कार्यकर्ता चौधरी महेंद्र सिंह व बसपा के गजराज विमल ने प्रशासन से पीड़ितो को कानूनी व आर्थिक सहायता देने की मांग की. इस संबंध में सीओ बरला सुमन कनौजिया ने बताया कि पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई है, 4 डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया है. घटना को जल्द वर्कआउट किया जाएगा, इसमें किसी गलत व्यक्ति को नहीं फंसाया जाएगा. पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा, जब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं होगा. आगे की कानूनी कार्रवाई नहीं बढ़ पाएगी.