अलीगढ़ : जिले के अकराबाद थाना क्षेत्र में रविवार को एक दलित किशोरी का शव खेत से बरामद हुआ था. मामले को लेकर सोमवार को अलीगढ़ पहुंचे बसपा राज्यसभा सांसद मुनकाद अली ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए.
थाना अकराबाद इलाके के एक गांव में रविवार को खेत में चारा लेने गई 16 वर्षीय दलित किशोरी का शव खेत में पड़ा मिला था. किशोरी पिछले 10 वर्षों से अपनी ननिहाल में रह रही थी. देर शाम तक वापस न आने पर किशोरी की नानी ग्रामीणों के साथ उसकी तलाश करने लगी. तलाश करते-करते किशोरी का शव गांव के बाहर खेत में पड़ा मिला. इससे इलाके में हड़कंप मच गया. ग्रामीणों ने खेत में पड़े किशोरी के शव का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. उधर, घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और आला अधिकारी पहुंचे. पुलिस ने घटनास्थल की जांंच-पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वारदात के बाद सोमवार को पोस्टमार्टम हाउस पर बसपा राज्यसभा सांसद मुनकाद अली, सपा और कांग्रेसी नेता भी पहुंच गए. उन्होंने पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाने की मांग करते हुए आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की.
'पैनल से हो पोस्टमार्टम'
अंबेडकर समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष राहुल गौतम ने कहा, 'हमारी बहन ननिहाल में गई हुई थी. थाना अकराबाद गोपी के पास गांव पड़ता है. उसकी नानी ने कहा था बेटा थोड़ा सा चारा ले आओ बकरी के लिए. वह दो-तीन घंटे बाद लौटकर नहीं आई, तो परिवार वालों ने उसकी तलाश की. आस-पास के गांव में भी तलाशा गया. किशोरी को खेत में खींचकर ले गए. उसके साथ दुष्कर्म किया और उसको मार दिया गया. पैनल से पोस्टमार्टम हो. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी होनी चाहिए. पीड़ित परिवार को एक आवास मिलना चाहिए. एक सरकारी नौकरी और 50 लाख मुआवजा मिलना चाहिए. जो लोग दोषी हैं, उनको फांसी की सजा हो.'
'यह सरकार पूरी तरीके से विफल है'
बसपा राज्यसभा सांसद मुनकाद अली ने कहा कि इस घटना की हम निंदा करते हैं. हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि परिवार को न्याय मिले. उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. यह सरकार पूरी तरीके से विफल है. लॉ एंड आर्डर मुखिया से होता है. जब प्रदेश के मुखिया को ही कोई जानकारी नहीं है, तो वह क्या लॉ एंड आर्डर चलाएंगे. जो भी अधिकारी कर्मचारी होते हैं, वह सरकार के इशारे पर काम करते हैं.