अलीगढ़ : अब कैप्टन डोराडो कुपोषण को खत्म करेगा. इसके लिए हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब द्वारा एक सुपर हीरो डिजाइन किया गया है, जिसका नाम कैप्टन डोराडो रखा गया है. दरअसल लाकडाउन के 67 दिनों तक जरूरतमंदों को भोजन सामाग्री उपलब्ध कराने के दौरान कई महिलाएं और बच्चे कुपोषित दिखे थे. जिले में साल 2019 के आंकड़ों के अनुसार करीब तीन लाख 52 हजार पांच साल तक के पंजीकृत बच्चों में 60746 कुपोषित और 19578 अति कुपोषित बच्चे हैं. पौष्टिक आहार नहीं मिल पाने के कारण बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं.
आईटीआई रोड स्थित हैरी एस्ट्रोनॉमी क्लब अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े कार्यों को पिछले 12 वर्षों से कर रहा है. क्लब की ओर से पर्यावरण को हरा-भरा रखने का काम भी किया जा रहा है. क्लब की ओर से कुपोषण को खत्म करने के लिए सुपर हीरो डोराडो बनाया गया है. डोराडो को हरे रंग का ड्रेस पहनाया गया है, जो समृद्धि का प्रतीक है.
संस्था के इस मिशन में करीब 20 सदस्य जुड़े हैं. एस्ट्रोनॉमी क्लब के अध्यक्ष संजय खत्री ने बताया कि इसके लिए कि लोगों के परिवार में जो भोजन बनता है. उनमें से एक व्यक्ति का भोजन टिफिन के रूप में मिले, तो उस कुपोषित महिला या बच्चे की मदद हो जाती है. उन्होंने बताया कि टीम के सदस्य चिह्नित किए गए घरों में जाते हैं और पौष्टिक आहार कुपोषित महिलाएं और बच्चों तक पहुंचाते हैं. संस्था के लोग पौष्टिक आहार तैयार करते हैं.
52 फीसदी महिलाएं एनीमिया की शिकार
सरकार हर वर्ष कुपोषण को दूर करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करती है, लेकिन इसका ग्राफ कम नहीं हो रहा है. एक आंकड़े के मुताबिक देश में 52 प्रतिशत महिलाएं एनीमिया की शिकार हैं. जानकारों के अनुसार प्रदेश में कुपोषण से ग्रसित महिलाएं और बच्चों की संख्या कम नहीं है. कुपोषित बच्चों की लंबाई उम्र के हिसाब से नहीं बढ़ती है और उनका वजह भी उनकी उम्र के लिहाज से कम होता है. एक सर्वे में यूपी के ऐसे करीब 40 फीसदी बच्चे सामने आए हैं. शिशु मृत्यु दर का ग्राफ भी प्रदेश में कम नहीं है.
45 कुपोषित बच्चों को दिया जा रहा पौष्टिक आहार
संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि अभियान से 30 परिवार जुड़कर सहयोग कर रहे हैं. कैप्टन डोराडो की टी शर्ट पहन कर टीम चिह्नित किए गए घरों में जाती है और टिफिन में पौष्टिक आहार उन्हें दिया जाता है, जिससे कि वह कुपोषण से दूर हो सकें. उन्होंने बताया कि करीब 45 कुपोषित बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है. इन बच्चों को नाश्ता और लंच दिया जा रहा है.
यह दिया जा रहा पौष्टिक आहार
नाश्ते में दलिया, अंडा और केला दिया जाता है. वहीं दोपहर के खाने में सब्जी, दाल, चावल, सलाद, रोटी, रायता आदि पौष्टिक आहार दिया जा रहा है. भोजन कराते हैं. संजय खत्री ने बताया कि जिले में 250 से अधिक लोगों तक पौष्टिक आहार मुहैया करने की योजना है.
अभियान में प्रदेश के अन्य जिले भी होंगे शामिल
संस्था के अध्यक्ष ने बताया कि अभियान के शुरुआती समय में अलीगढ़ के साथ बुलंदशहर और मुरादाबाद में भी टीम कुपोषित बच्चों और महिलाओं को पौष्टिक आहार मुहैया करा रही है. उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत जल्द ही प्रदेश के अन्य जिलों को भी शामिल किया जाएगा, जिससे की प्रदेश से कुपोषण को खत्म किया जा सकें.