अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शनिवार को छात्रों ने कोरोना संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले 19 प्रोफसरों सहित अन्य कर्मचारियों और रिटायर्ड शिक्षकों को कैंडल मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि दी. छात्रों ने कैंडल मार्च निकालने से पहले कुरान ख्वानी भी की. कैंडल मार्च सर सैय्यद हॉस्टल से बॉम्बे सैय्यद गेट तक निकाला गया. छात्रों ने बताया कि हमारे जो शिक्षक अब इस दुनिया में नहीं हैं, हम उनके परिवार के दुख दर्द में हर वक्त साथ है. छात्रों ने कहा कि शिक्षक हमारे अभिभावक है और उनके चले जाने से बहुत तकलीफ हुई है.
प्रोफेसरों की मौत पर छात्रों ने जताया अफसोस
एएमयू छात्रों ने प्रोफसरों के कोरोना संक्रमण से मौत होने पर खेद व्यक्त करते हुए कैंडल मार्च निकाला. एएमयू के पूर्व कैबिनेट सदस्य जैद शेरवानी ने बताया कि वैक्सीन की कमी है. सरकार ठीक से ध्यान नहीं दे रही है. मुख्यमंत्री भी इस ओर ध्यान देकर ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन उपलब्ध करायें, ताकि लोग कोरोना से निजात पा सकें.
छात्रों के वैक्सीनेशन के लिए अलग सेंटर बनाने की मांग
छात्रों ने कुलपति से मांग की है कि वैक्सीन के लिए शिक्षकों व छात्रों के लिए अलग-अलग इंतजाम किए जाएं. एएमयू प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम ने दिवंगत प्रोफसरों का वैक्सीनेशन नहीं होने के सवाल पर कहा, इस पर मेडिकल कॉलेज ही बता सकता है. लेकिन जो जानकारी है कि अब तक जिन प्रोफसरों की मौत कोरोना से हुई है, शायद ही किसी ने वैक्सीनेशन कराया हो. एएमयू छात्रों ने कुलपति से मांग की है कि जो वैक्सीनेशन सरकार की तरफ से मेडिकल और जिला अस्पताल में कराया जा रहा है. इसमें दिक्कतें आ रही है. छात्र नेता जैद शेरवानी ने कहा कि शिक्षकों के लिए टीचिंग स्टाफ क्लब में और छात्रों के लिए जेएन मेडिकल कॉलेज में या फिर एनआरएससी क्लब में वैक्सीनेशन सेंटर बनाने की व्यवस्था की जाए.
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एएमयू ने कोरोना संक्रमण के चलते 19 प्रोफेसरों के साथ रिटायर्ड प्रोफसर व नॉन टीचिंग स्टाफ मिलाकर करीब 45 लोगों को खो दिया है. जिसके बाद अब छात्र अपने वैक्सीनेशन की अलग सेंटर बनाने की मांग कर रहे हैं.