अलीगढ़: एएमयू के बॉबे सैयद गेट पर हुए बवाल के बाद बहुत से छात्र घरों के लिए रवाना हो गए. कुछ लोग शहर में शरण लिए हुए हैं. ऐसे में कैंपस के बाहर रहने वाली छात्राओं ने बॉबे सैयद गेट पर शांतिपूर्वक धरने की कमान संभाली है. छात्राओं की संख्या कम है, लेकिन नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध के सुर बुलंद कर रही हैं.
हॉस्टल खाली हो गए हैं, लेकिन नागरिकता संशोधन कानून को लेकर छात्राओं ने विरोध जारी रखा है. एएमयू से उठने वाली आवाज को बंद नहीं होने देना चाहती है. छात्राओं का कहना है कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे हैं.
छात्राएं विरोध साइलेंट तरीके से कर रही हैं. कोई नारेबाजी नहीं है. बॉबे सयैद गेट पर पोस्टर लेकर बैठी हुई हैं. छात्राओं ने कहा कि सरकार को हमारी बात सुननी होगी. नागरिकता पर जो कानून लाया जा रहा है, अनडेमोक्रेटिक है. इसलिए छात्र सड़क पर है.
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एएमयू में पढ़ रही छात्राओं का कहना है कि समाज में मैसेज देना है कि एएमयू बंद नहीं है, जो आवाज उठाई है उसे जिंदा रखना है. छात्राओं ने कहा कि यह एक कम्युनिटी के खिलाफ नहीं है, बल्कि संविधान के खिलाफ है. अगर समाज के लोग आवाज नहीं उठाएंगे तो संविधान नहीं बचेगा.