अलीगढ़: कोरोना वायरस को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय प्रशासन लगातार एहतियात बरत रहा है. एएमयू इंतजामियां ने हाल ही में विदेश में आयोजित सेमिनार कार्यक्रम में शामिल होकर लौटे शिक्षकों और विद्यार्थियों को स्क्रीनिंग कराने का सर्कुलर जारी किया है. वहीं एएमयू में कोरोना वायरस को लेकर लोगों में जागरूकता लाने के लिए जगह-जगह होर्डिंग लगाई गई है.
एएमयू में कोरोना वायरस के फैलाव के बचाव के तरीके अपनाने पर बल दिया जा रहा है. डीन वेलफेयर ऑफ स्टूडेंट के चेयरमैन प्रोफेसर मुजाहिद बेग ने सभी संकायों के अधीन स्कूल और कॉलेज के प्रिंसिपल व सभी हॉस्टलों के प्रवोस्ट को पत्र भेजा है. इसमें कहा गया कि ऐसे लोगों के नामों की सूची उपलब्ध करा दें, जो विदेश यात्रा से लौटे हो ताकि एएमयू व जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए की गई तैयारियों में सहयोग हो सकें.
प्रोफेसर मुजाहिद बेग ने कहा है कि एएमयू में अध्ययनरत विदेशी छात्रों, जिन्होंने 2 महीने के भीतर अपने देश की यात्रा की है या उनके परिजन उनसे मिलने आए वे भी अपनी स्क्रीनिंग कराएं.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जनसंपर्क विभाग में एसोसिएट मेंबर इंचार्ज राहत अबरार ने बताया कि कोरोना के प्रति लोगों में चेतना जागृत किया जा रहा है. एएमयू में 22 मार्च तक कक्षाएं सस्पेंड कर दी गई है. सभी सेमिनार और कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है, लेकिन एएमयू में परीक्षाएं विधिवत जारी हैं. एएमयू में सौ से अधिक हॉस्टल हैं, जहां पर छात्रों के लिए सैनिटाइजर रखे गए हैं.
पढ़ें: कोरोना वायरस को लेकर साध्वी प्राची ने राहुल गांधी पर की टिप्पणी
राहत अबरार ने बताया कि प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं. वहीं एएमयू की मस्जिद में पढ़ी जाने वाली नमाज में शामिल होने वालों से कहा गया है थोड़ी दूरी बनाकर नमाज अदा करें. राहत अबरार ने बताया कि मस्जिदों में नमाज तो नहीं रोकी जा सकती है, लेकिन कोरोना वायरस के संबंध में मस्जिदों में भी एहतियाती कदम उठाने के लिए पत्र लिखा है.