अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के एडवांस्ड सेंटर फॉर वूमेन स्टडीज के एक रिसर्च स्कॉलर को एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अपने शोध पत्र के लिए सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र पुरस्कार प्रदान किया गया है. मोहम्मद अरफात हसन रिजवी ने केईएस श्राफ कॉलेज, मुंबई द्वारा 24 मई 2021 को आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में आभासी माध्यम से अपना शोध पत्र पढ़ा. जिसका शीर्षक 'कोविड-19 प्रकोप और लॉकडाउन के दौरान गर्भवती महिलाओं का मानसिक स्वास्थ्य और प्रसव : उत्तर भारत से कुछ उदाहरण' था.
20 देशों के 100 शोध पत्र प्रस्तुत किये गए
अपने शोध पत्र में मोहम्मद अराफात ने लॉकडाउन के दौरान कार्यरत महिलाओं में प्रसव के बाद डिप्रेशन, वैवाहिक जीवन के उतार-चढ़ाव और सामाजिक समर्थन जैसे मुद्दों पर चर्चा की. सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका की प्रोफेसर मरियम सेदात खान ने शोध पत्र की प्रशंसा की और कहा कि इस तरह के और अध्ययनों की आवश्यकता है. ताकि हम नई चुनौतियों को बेहतर ढंग से समझ सकें. सम्मेलन में 20 से अधिक देशों के प्रतिभागियों ने भाग लिया और 100 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए.
AMU में महिलाओं के मुद्दों पर विशेष शोध
मोहम्मद अरफात हसन रिजवी ने जनसंपर्क और मनोविज्ञान की पढ़ाई की है. उन्होंने थारू जनजातियों, भारत में नेपाली शरणार्थियों की स्थिति और भूटान के जीएनएच दर्शन जैसे विषयों पर काम किया है. वह 'उत्तर प्रदेश के प्रिंट मीडिया में महिलाओं के मुद्दों' पर पीएचडी कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि प्रो. अजरा मूसवी की अध्यक्षता में एएमयू का एडवांस्ड सेंटर फॉर वूमेन स्टडीज अन्तरविषयी शोध पर विशेष बल देता है और विभिन्न शैक्षणिक पृष्ठभूमि के छात्र यहां शोध कर रहे हैं.