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अलीगढ़: नैनो टेक्नोलॉजी से सीमेन्ट की मजबूती बढ़ाने की विधि का एएमयू शिक्षकों ने कराया पेटेंट - जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने सीमेन्ट की मजबूती बढ़ाने की विधि का पेटेंट कराया है. इस आविष्कार का उद्देश्य निर्माण प्रौद्योगिकी के साथ नैनो तकनीक को लाना है, जिसका प्रयोग न्यूक्लियर पावर प्लांट, एयरपोर्ट के रनवे और लंबे पुलों के निर्माण में कारगर साबित होगा.

amu professors got patent of nano technology
नैनो टेक्नोलॉजी से सीमेन्ट की मजबूती.
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Published : Sep 19, 2020, 6:52 PM IST

Updated : Sep 19, 2020, 11:00 PM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग कॉलेज के शिक्षकों ने सीमेन्ट की मजबूती बढ़ाने वाली टेक्निक भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय में बौद्धिक संपदा के रूप में पेटेंट कराया है. जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर मोहम्मद आरिफ, एप्लाइड फिजिक्स विभाग के प्रोफेसर अमीर आजम व सिविल इंजीनियरिंग विभाग के पूर्व छात्र व जामिया, नई दिल्ली में प्रो. इबादुर रहमान ने इसे पेटेंट कराया है.

amu professors got patent of nano technology
पेटेंट सर्टिफिकेट.
कई दशक से विशेषज्ञ सीमेंट, पानी व अन्य रसायनों के साथ नेचुरल प्रौद्योगिकी के साथ काम कर रहे थे. वहीं एएमयू के इंजीनियरिंग कॉलेज के सदस्यों व पूर्व छात्र द्वारा सीमेन्ट की मजबूती को बढ़ाने के लिए नैनो टेक्नोलॉजी का उपयोग करने का नया तरीका खोज लिया. इस आविष्कार का उद्देश्य निर्माण प्रौद्योगिकी के साथ नैनो तकनीक को लाना है, जिसका प्रयोग न्यूक्लियर पावर प्लांट, एयरपोर्ट के रनवे और लंबे पुलों के निर्माण में कारगर होगा. इसके साथ ही भारत सरकार की स्मार्ट शहरों की परियोजना में स्मार्ट निर्माण में प्रभावी तरीके से इसका उपयोग किया जा सकेगा. इस पेटेंट को लेकर एएमयू के कुलपति ने खुशी जताई है.
जानकारी देते एएमयू के पीआरओ.

ये भी पढ़ें: राजा महेंद्र प्रताप सिंह के वंशजों की मांग, दादा के नाम पर हो एएमयू सिटी स्कूल का नाम

एएमयू के जनसंपर्क विभाग के पीआरओ उमर पीरजादा ने बताया कि नैनो टेक्नोलॉजी को कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी से मिलाकर ऐसा प्रोडक्ट तैयार किया गया है, जो नैनो मॉडिफाई सीमेन्ट वेस्ट मैटेरियल पर आधारित है. इसकी परफॉर्मेंस बहुत अच्छी है. उन्होंने बताया कि इसका प्रयोग गगनचुंबी इमारतों को बनाने में किया जा सकेगा. न्यूक्लियर प्लांट व एयरपोर्ट रनवे में भी यह कारगर साबित होगा. उन्होंने कहा कि आगे भी देश निर्माण के लिए एएमयू के छात्र और शिक्षक टैलेंट दिखाते रहेंगे.

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग कॉलेज के शिक्षकों ने सीमेन्ट की मजबूती बढ़ाने वाली टेक्निक भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय में बौद्धिक संपदा के रूप में पेटेंट कराया है. जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर मोहम्मद आरिफ, एप्लाइड फिजिक्स विभाग के प्रोफेसर अमीर आजम व सिविल इंजीनियरिंग विभाग के पूर्व छात्र व जामिया, नई दिल्ली में प्रो. इबादुर रहमान ने इसे पेटेंट कराया है.

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पेटेंट सर्टिफिकेट.
कई दशक से विशेषज्ञ सीमेंट, पानी व अन्य रसायनों के साथ नेचुरल प्रौद्योगिकी के साथ काम कर रहे थे. वहीं एएमयू के इंजीनियरिंग कॉलेज के सदस्यों व पूर्व छात्र द्वारा सीमेन्ट की मजबूती को बढ़ाने के लिए नैनो टेक्नोलॉजी का उपयोग करने का नया तरीका खोज लिया. इस आविष्कार का उद्देश्य निर्माण प्रौद्योगिकी के साथ नैनो तकनीक को लाना है, जिसका प्रयोग न्यूक्लियर पावर प्लांट, एयरपोर्ट के रनवे और लंबे पुलों के निर्माण में कारगर होगा. इसके साथ ही भारत सरकार की स्मार्ट शहरों की परियोजना में स्मार्ट निर्माण में प्रभावी तरीके से इसका उपयोग किया जा सकेगा. इस पेटेंट को लेकर एएमयू के कुलपति ने खुशी जताई है.
जानकारी देते एएमयू के पीआरओ.

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एएमयू के जनसंपर्क विभाग के पीआरओ उमर पीरजादा ने बताया कि नैनो टेक्नोलॉजी को कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी से मिलाकर ऐसा प्रोडक्ट तैयार किया गया है, जो नैनो मॉडिफाई सीमेन्ट वेस्ट मैटेरियल पर आधारित है. इसकी परफॉर्मेंस बहुत अच्छी है. उन्होंने बताया कि इसका प्रयोग गगनचुंबी इमारतों को बनाने में किया जा सकेगा. न्यूक्लियर प्लांट व एयरपोर्ट रनवे में भी यह कारगर साबित होगा. उन्होंने कहा कि आगे भी देश निर्माण के लिए एएमयू के छात्र और शिक्षक टैलेंट दिखाते रहेंगे.

Last Updated : Sep 19, 2020, 11:00 PM IST
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