ETV Bharat / state

अलीगढ़ के छात्र को मिली अमेरिका के स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्कालरशिप - अलीगढ़ खबर

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले के 12वीं कक्षा के एक छात्र ने 100 प्रतिशत छात्रवृत्ति के साथ अमेरिका के प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में स्थान हासिल किया है. अकराबाद के रहने वाले मनु चौहान, एक आवासीय सह शिक्षा विद्यालय विद्याज्ञान में पढ़ रहे थे.

छात्र मनु चौहान
छात्र मनु चौहान
author img

By

Published : Jun 15, 2021, 4:28 PM IST

अलीगढ़ : अलीगढ़ के एक होनहार छात्र ने अपनी प्रतिभा से जिले का नाम रोशन किया है. अकराबाद कस्बे के छोटे से गांव से निकलकर अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्कॉलरशिप हासिल की है. मनु चौहान ने सरकारी प्राथमिक स्कूल में शिक्षा का ककहरा पढ़ आगे बढ़े. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्कॉलरशिप हासिल करना मनु चौहान के लिए आसान नहीं था. लेकिन पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के शब्दों में कहें तो मनु ने ऐसा बड़ा सपना देखा था जो मनु को सोने नहीं देता था.

गांव के प्राथमिक विद्यालय में हुई शुरूआती शिक्षा

मनु चौहान बहुत ही साधारण परिवार का इकलौता लड़का है. गांव की पृष्ठभूमि से निकलकर अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी पहुंचने का रास्ता मनु ने खुद बनाया. पिता प्रमोद चौहान एक बीमा कंपनी के सेल्स विभाग में काम करते हैं, जबकि मां हाउस वाइफ हैं. बीमा विक्रेता होने के कारण आमदनी सीमित थी. इसलिए शुरूआत के दिनों में परिवार की दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ता था. इसके चलते मनु की प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राथमिक स्कूल में हुई. इसके बाद वंचित छात्रों के लिए शिव नाडर फाउंडेशन द्वारा संचालित विद्याज्ञान स्कूल की प्रवेश परीक्षा में मनु का चयन हो गया. 2014 में 250 छात्रों में शामिल होकर मनु चौहान ने अपनी प्रतिभा दिखाई. 2019 में हाईस्कूल की परीक्षा में इसी स्कूल से 95.4 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण की थी. हालांकि मनु को 12वीं की परीक्षा का इंतजार था, लेकिन परीक्षा कार्यक्रम रद्द होने से मनु निराश है. पढ़ाई के साथ मनु की खेलकूद में भी दिलचस्पी है. 2018 में ओपन स्टेट लेवल टेबल टेनिस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं. इसके अलावा वाद-विवाद प्रतियोगिता में भी सर्वश्रेष्ठ वक्ता बनकर जिले का नाम रोशन किया है.

छात्र मनु चौहान को मिली अमेरिका के स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्कालरशिप

दुनिया की सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में है शुमार

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में शामिल है, जो कि अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित है. यहां उत्कृष्ट श्रेणी के रिसर्च का बुनियादी ढांचा है. एकेडमिक रैंकिंग ऑफ वर्ल्ड यूनिवर्सिटी द्वारा स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी को विश्व में दूसरे नंबर पर रखा गया है. इस यूनिवर्सिटी तक पहुंचने में मनु अपने स्कूल द्वारा दिये गये मार्गदर्शन को महत्वपूर्ण बताते हैं. मनु चौहान स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल रिलेशन और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई करेंगे. इसके साथ ही अन्य कोर्स करने की भी मनु की तैयारी है.

सीमित संसाधनों में पाई सफलता

मनु चौहान ने विद्याज्ञान स्कूल में 12वीं की पढ़ाई की है. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में मिली स्कॉलरशिप में उनकी पढ़ाई के साथ विदेश में रहने, खाने का पूरा खर्चा वहन करेगी. मनु स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की परीक्षा तैयारी के बारे में बताते हैं कि वहां छात्र की पर्सनालिटी और बुद्धिमत्ता का परीक्षण किया जाता है, और इसके लिए यूनिवर्सिटी कई तरह के टेस्ट डिजाइन करता है. जिसे एसएटी टेस्ट कहते हैं, जो 1600 अंकों का होता है. इसके अलग-अलग फॉर्म होते हैं. इसमें अंग्रेजी का टेस्ट भी शामिल है. तो वहीं क्लास 9,10,11 परीक्षा का ग्रेड भी देखा जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में 2 साल लगते हैं. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक कोर्स की फीस करीब 80 हजार अमेरिकी डॉलर होती है. मनु को फुली फंडेड स्कॉलरशिप मिली है. मनु ने अपनी मेहनत से ग्रामीण परिवेश में रहने वालों को आगे बढ़ने की सीख दी है. छात्र मनु ने बता दिया है कि सीमित संसाधनों और गांव के परिवेश से निकलकर भी विदेश की अव्वल यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाई की जा सकती है .

अलीगढ़ : अलीगढ़ के एक होनहार छात्र ने अपनी प्रतिभा से जिले का नाम रोशन किया है. अकराबाद कस्बे के छोटे से गांव से निकलकर अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्कॉलरशिप हासिल की है. मनु चौहान ने सरकारी प्राथमिक स्कूल में शिक्षा का ककहरा पढ़ आगे बढ़े. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्कॉलरशिप हासिल करना मनु चौहान के लिए आसान नहीं था. लेकिन पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के शब्दों में कहें तो मनु ने ऐसा बड़ा सपना देखा था जो मनु को सोने नहीं देता था.

गांव के प्राथमिक विद्यालय में हुई शुरूआती शिक्षा

मनु चौहान बहुत ही साधारण परिवार का इकलौता लड़का है. गांव की पृष्ठभूमि से निकलकर अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी पहुंचने का रास्ता मनु ने खुद बनाया. पिता प्रमोद चौहान एक बीमा कंपनी के सेल्स विभाग में काम करते हैं, जबकि मां हाउस वाइफ हैं. बीमा विक्रेता होने के कारण आमदनी सीमित थी. इसलिए शुरूआत के दिनों में परिवार की दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ता था. इसके चलते मनु की प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राथमिक स्कूल में हुई. इसके बाद वंचित छात्रों के लिए शिव नाडर फाउंडेशन द्वारा संचालित विद्याज्ञान स्कूल की प्रवेश परीक्षा में मनु का चयन हो गया. 2014 में 250 छात्रों में शामिल होकर मनु चौहान ने अपनी प्रतिभा दिखाई. 2019 में हाईस्कूल की परीक्षा में इसी स्कूल से 95.4 फीसदी अंक के साथ उत्तीर्ण की थी. हालांकि मनु को 12वीं की परीक्षा का इंतजार था, लेकिन परीक्षा कार्यक्रम रद्द होने से मनु निराश है. पढ़ाई के साथ मनु की खेलकूद में भी दिलचस्पी है. 2018 में ओपन स्टेट लेवल टेबल टेनिस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं. इसके अलावा वाद-विवाद प्रतियोगिता में भी सर्वश्रेष्ठ वक्ता बनकर जिले का नाम रोशन किया है.

छात्र मनु चौहान को मिली अमेरिका के स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्कालरशिप

दुनिया की सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में है शुमार

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में शामिल है, जो कि अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित है. यहां उत्कृष्ट श्रेणी के रिसर्च का बुनियादी ढांचा है. एकेडमिक रैंकिंग ऑफ वर्ल्ड यूनिवर्सिटी द्वारा स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी को विश्व में दूसरे नंबर पर रखा गया है. इस यूनिवर्सिटी तक पहुंचने में मनु अपने स्कूल द्वारा दिये गये मार्गदर्शन को महत्वपूर्ण बताते हैं. मनु चौहान स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल रिलेशन और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई करेंगे. इसके साथ ही अन्य कोर्स करने की भी मनु की तैयारी है.

सीमित संसाधनों में पाई सफलता

मनु चौहान ने विद्याज्ञान स्कूल में 12वीं की पढ़ाई की है. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में मिली स्कॉलरशिप में उनकी पढ़ाई के साथ विदेश में रहने, खाने का पूरा खर्चा वहन करेगी. मनु स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की परीक्षा तैयारी के बारे में बताते हैं कि वहां छात्र की पर्सनालिटी और बुद्धिमत्ता का परीक्षण किया जाता है, और इसके लिए यूनिवर्सिटी कई तरह के टेस्ट डिजाइन करता है. जिसे एसएटी टेस्ट कहते हैं, जो 1600 अंकों का होता है. इसके अलग-अलग फॉर्म होते हैं. इसमें अंग्रेजी का टेस्ट भी शामिल है. तो वहीं क्लास 9,10,11 परीक्षा का ग्रेड भी देखा जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में 2 साल लगते हैं. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक कोर्स की फीस करीब 80 हजार अमेरिकी डॉलर होती है. मनु को फुली फंडेड स्कॉलरशिप मिली है. मनु ने अपनी मेहनत से ग्रामीण परिवेश में रहने वालों को आगे बढ़ने की सीख दी है. छात्र मनु ने बता दिया है कि सीमित संसाधनों और गांव के परिवेश से निकलकर भी विदेश की अव्वल यूनिवर्सिटी में भी पढ़ाई की जा सकती है .

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.