अलीगढ़: जिले में जहरीली शराब (poisonous liquor) पीने से हो रही मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार को जहरीली शराब पीने से एक और भट्टा मजदूर की मौत हो गई. करीब 30 लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. इनका जेएन मेडिकल कॉलेज समेत प्राइवेट नर्सिंग होम में इलाज चल रहा है. अकराबाद थाना क्षेत्र में 2 दिन पूर्व ईंट-भट्टा श्रमिकों द्वारा नहर किनारे पड़ी मिली लावारिस शराब पीने के मामले में अब तक 10 भट्टा मजदूरों की मौत हो चुकी है. बीते 8 दिनों से जहरीली शराब पीने से हो रही मौतों के मामले में शुक्रवार को सीएमओ भानु प्रताप कल्याणी ने अब तक 98 लोगों की मौत की पुष्टि की है.
सीएमओ भानु प्रताप कल्याणी ने बताया कि बुधवार से रोहेरा भट्टे से घटना शुरू हुई. वहां पर कुछ लोगों ने लावारिस पड़ी शराब का सेवन किया था. ऐसी हम को सूचना मिली थी. उन्होंने कहा कि हमने शुरू में ही निर्देश कर दिए थे कि सारे केस जेएन मेडिकल कॉलेज में ही लेकर आएं. तुरंत ही मैं और डॉक्टरों की टीम वहां पर निगरानी के लिए पहुंच गए थे. वहां पर हमने प्रयास किया कि लोगों को जल्दी से जल्दी ट्रीटमेंट मिले. वहीं, जिन लोगों को जेएन मेडिकल कॉलेज में सुविधा नहीं मिल पा रही थी, उनके लिए प्राइवेट नर्सिंग होम में व्यवस्था की गई थी. जेएन मेडिकल कॉलेज में अभी तक 9 लोगों का पोस्टमार्टम हुआ है और लगभग 30 लोग अभी भी अलग-अलग जगह पर अपना इलाज करा रहे हैं. 30 लोग भर्ती थे, जिसमें से सात लोगों की डेथ जेएन मेडिकल में हुई है. सीएमओ ने बकाया कि एक पेशेंट अभी वरुण हॉस्पिटल में आ रहा है जो वेंटीलेटर पर जाएगा. एक पेशेंट डायलसिस के बाद वहां पर पहुंच जाएगा. 20 लोगों का ट्रीटमेंट अभी जेएन मेडिकल कॉलेज में हो रहा है. आज डेथ होने की मुझे अभी जानकारी नहीं है.
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सीएमओ का बयान
बीते 8 दिनों से अब तक हो रही मौतों के मामले में सीएमओ भानु प्रताप कल्याणी ने बताया कि मेरी जानकारी के हिसाब से 98 लोगों की मौत हो चुकी है. मौतों का आंकड़ा और भी कुछ हो सकता है, क्योंकि कुछ लोग अभी भी वेंटिलेटर पर हैं. इनमें कुछ की हालत सीरियस भी है. हो सकता है मौतों का आंकड़ा कुछ और बढ़ा हुआ हो.