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अलीगढ़: प्रशासन ने सड़क पर हनुमान चालीसा का पाठ करने पर लगाई रोक - सड़क पर हनुमान चालीसा का पाठ

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में कुछ दिन पूर्व बीच सड़क पर हनुमान चालीसा का पाठ करने का मामला सामने आया था. जिस पर प्रशासन ने हिन्दूवादी संगठनों को नई परम्परा चालू करने पर रोक लगा दी है.

अलीगढ़ जिलाधिकारी.
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Published : Jul 26, 2019, 3:06 PM IST

अलीगढ़: जिले में कुछ दिनों पूर्व बीच सड़क पर हनुमान चालीसा का पाठ करने का मामला सामने आया था. हिन्दूवादी संगठनों को जिलाधिकारी ने इस नई परम्परा को चालू करने पर रोक लगा दी है. प्रशासन की इजाजत के बिना अब वे सड़क पर महाआरती या हनुमान चालीसा का पाठ नहीं कर सकेंगे.

जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने जानकारी दी.


क्या है पूरा मामला

  • हाथरस अड्डे पर स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर व सासनी गेट पर स्थित मंदिर पर हिन्दूवादी संगठन द्वारा आरती का आयोजन किया गया था.
  • इस आरती व हनुमान चालीसा के पाठ में भाजपा नेता भी शामिल हुए थे.
  • भाजपा नेताओं ने कहा कि हिन्दू धर्म के आयोजनों से किसी को भी कोई असुविधा नहीं होती है.
  • भाजपा नेताओं ने कहा कि बीच सड़क पर नमाज पढ़ने का जो मुद्दा उठाया गया है, वह सही मुद्दा है.
  • उन्होंने कहा कि इससे जनमानस को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
  • इस दौरान मंदिर परिसर पर पुलिस बल की तैनाती रही.
  • एलआईयू की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने हिन्दूवादी संगठनों से बातकर नई परम्परा चालू करने पर रोक लगाने की अपील की है.
  • पूर्व मेयर शकुन्तला भारती ने बताया कि पूजा-पाठ रोड पर नहीं, बल्कि गली में की गई थी.

धार्मिक स्वतंत्रता की आजादी सभी व्यक्ति को है. सड़क पर पूजा करने का कोई मतलब नहीं है. अलीगढ़ साम्प्रदायिक दृष्टि से बहुत संवेदनशील शहर है और बिना प्रशासन की अनुमति के सड़क पर पूजा पाठ नहीं किया जा सकता. अगर ये पूजा-पाठ परम्परागत हो रही होती तो कोई बात नहीं थी. कोई भी विषय जो कानून-व्यवस्था को प्रभावित करें, उससे दिक्कतें आ सकती हैं. इसी के तहत मामले को संज्ञान में लेकर अलर्ट है.
चंद्र भूषण सिंह, जिलाधिकारी, अलीगढ़

अलीगढ़: जिले में कुछ दिनों पूर्व बीच सड़क पर हनुमान चालीसा का पाठ करने का मामला सामने आया था. हिन्दूवादी संगठनों को जिलाधिकारी ने इस नई परम्परा को चालू करने पर रोक लगा दी है. प्रशासन की इजाजत के बिना अब वे सड़क पर महाआरती या हनुमान चालीसा का पाठ नहीं कर सकेंगे.

जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने जानकारी दी.


क्या है पूरा मामला

  • हाथरस अड्डे पर स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर व सासनी गेट पर स्थित मंदिर पर हिन्दूवादी संगठन द्वारा आरती का आयोजन किया गया था.
  • इस आरती व हनुमान चालीसा के पाठ में भाजपा नेता भी शामिल हुए थे.
  • भाजपा नेताओं ने कहा कि हिन्दू धर्म के आयोजनों से किसी को भी कोई असुविधा नहीं होती है.
  • भाजपा नेताओं ने कहा कि बीच सड़क पर नमाज पढ़ने का जो मुद्दा उठाया गया है, वह सही मुद्दा है.
  • उन्होंने कहा कि इससे जनमानस को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
  • इस दौरान मंदिर परिसर पर पुलिस बल की तैनाती रही.
  • एलआईयू की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने हिन्दूवादी संगठनों से बातकर नई परम्परा चालू करने पर रोक लगाने की अपील की है.
  • पूर्व मेयर शकुन्तला भारती ने बताया कि पूजा-पाठ रोड पर नहीं, बल्कि गली में की गई थी.

धार्मिक स्वतंत्रता की आजादी सभी व्यक्ति को है. सड़क पर पूजा करने का कोई मतलब नहीं है. अलीगढ़ साम्प्रदायिक दृष्टि से बहुत संवेदनशील शहर है और बिना प्रशासन की अनुमति के सड़क पर पूजा पाठ नहीं किया जा सकता. अगर ये पूजा-पाठ परम्परागत हो रही होती तो कोई बात नहीं थी. कोई भी विषय जो कानून-व्यवस्था को प्रभावित करें, उससे दिक्कतें आ सकती हैं. इसी के तहत मामले को संज्ञान में लेकर अलर्ट है.
चंद्र भूषण सिंह, जिलाधिकारी, अलीगढ़

Intro:अलीगढ़ : अलीगढ़ में कुछ दिनों पूर्व बीच सड़क पर हनुमान चालीसा का पाठ करने वाले हिन्दूवादी कार्यकर्ताओं  को जिलाधिकारी ने  मंदिरों में नई परम्परा डालने पर रोक लगा दिया है. प्रशासन की इजाजत के बिना अब सड़क पर महाआरती व हनुमान चालीस का पाठ नहीं कर सकेंगे. हाथरस अड्डे पर स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर व सासनी गेट पर स्थित मंदिर पर हिन्दूवादी कार्यकर्ताओं ने  आरती का आयोजन किया था. हनुमान चालीसा का पाठ भी कियाथा ,  मंगलवार व शनिवार को  मंदिर के बाहर सड़क पर ही पूजा पाठ किया जाने लगा. खास बात यह है कि लोगों को आमंत्रित किया गया. इस आरती व हनुमान चालीसा के पाठ में भाजपा नेता भी शामिल हुये. भाजपा नेताओं ने कहा कि हिन्दू धर्म के आयोजनों से किसी को भी कोई असुविधा नहीं होती है. वहीं बीच सड़क पर नमाज़ पढ़ने का जो मुद्दा उठाया गया है. वह सही मुद्दा है. इससे जनमानस को परेशानी का सामना करना  पड़ता है.  इस दौरान मंदिर परिसर पर पुलिस बल की तैनाती रही. लेकिन एलआईयू की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी ने हिन्दूवादी संगठनों से बात कर नई परम्परा डालने से रोक लगाने की अपील की है.






Body:जिला प्रशासन की जानकारी में पूरा घटनाक्रम था. अलीगढ़ संवेदनशील शहर है . हिन्दूवादी संगठन मंदिरों के बाहर सड़क पर महाआरती का आयोजन कर रहे है. शनिवार व मंगलवार को विशेष तौर पर यह आयोजन किया  जा रहा है. इस मामले में जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने हिन्दूवादी संगठनों से बात की. जिलाधिकारी ने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता की आजादी सभी व्यक्ति  को है सड़क पर पूजा करने का कोई मतलब नहीं है. जिलाधिकारी ने कहा कि कोई भी नई परम्परा नही डाले. चंद्र भूषण सिंह ने कहा कि अलीगढ़ सम्प्रदायिक दृष्टि से बहुत संव्दनशील शहर है. और बिना प्रशासन की अनुमति के सड़क पर पूजा पाठ नहीं किया जा सकता. अगर ये पूजा पाठ परम्परागत हो रही होती तो कोई बात नहीं थी.उन्होंने कहा कि कोई भी विषय जो कानून व्यवस्था को प्रभावित करें . जिसको लेकर कोई दिक्कत आ सकती है. इसी के तहत मामले को संज्ञान में लेकर अल्रर्ट हैं. 


Conclusion:पूर्व मेयर शकुन्तला भारती ने कहा है कि रोड पर नहीं किया है , बल्कि गली में पूजा पाठ की है. मंदिर के बाहर सड़क पर पूजा को लेकर कई जिलों में भी कवायद हो चुकी है. लेकिन जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने हिन्दूवादी संगठनों से अपील की है कि मंदिरों में कोई नई परम्परा नहीं डाले.  

बाइट:--मानव महाजन ,भाजपा नेता
बाइट:--शकुंतला भारती ,पूर्व मेयर, भाजपा
बाइट - चंद्र भूषण सिंह, जिलाधिकारी, अलीगढ़


आलोक सिंह, अलीगढ़
9837830535


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