अलीगढ़: नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के चलते 23 फरवरी को ऊपरकोट कोतवाली इलाके में बवाल हो गया था. इस मामले में जिला कारागार में निरुद्ध चार आरोपियों के खिलाफ जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत कार्रवाई की है. कोतवाली के बाहर धरना दे रहीं महिलाओं की भीड़ में शामिल उपद्रवियों द्वारा पुलिस पर हमला करने पर यह बवाल हुआ था.
युवक की हत्या के आरोप में भाजपा नेता विनय वार्ष्णेय जेल में बंद हैं. इसी मुख्य ऊपरकोट इलाके में हुए बवाल के आरोप में जेल में निरुद्ध चार आरोपियों के खिलाफ जिला प्रशासन ने एनएसए के तहत कार्रवाई की है. पुलिस के अनुसार चारों आरोपियों पर रासुका तामील करा दी गई है. इनके विषय में इनपुट था कि अगर यह बाहर आते हैं तो फिर शहर का माहौल बिगाड़ने का प्रयास करेंगे, जिसके चलते पुलिस व खुफिया रिपोर्ट मिलने पर जिला प्रशासन द्वारा रासुका की कार्रवाई की गई है.
एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि 21 फरवरी से कोतवाली के सामने एनआरसी और सीएए का आंदोलन चल रहा था. 23 फरवरी को धरना दे रहे लोगों ने हमारे एसएचओ की गाड़ी पर अटैक कर वहां बवाल किया था. पुलिस के ऊपर पथराव किया गया था. पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ हुई थी. इस बवाल में पथराव के साथ आगजनी की घटना भी हुई थी.
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उन्होंने बताया कि पुलिस ने उस दिन शांति व्यवस्था कायम कर बिगड़ते माहौल को ठीक किया. उसके बाद उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था. उसमें जो जेल गए थे, जिनकी जमानत होने वाली थी, उन पर पुलिस पर हमला करने और शांति व्यवस्था माहौल खराब करने को लेकर इनपुट मिले थे, जिसके बाद उनके विरुद्ध एनएसए दर्ज हुआ है. कुल चार लोगों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है.