अलीगढ़: जामिया उर्दू संस्थान में तैनात गार्डनर और सुपरवाइजर ने रजिस्ट्रार पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव डालने का आरोप लगाया था. साथ ही ऐसा न करने पर नौकरी से निकालने का भी आरोप लगाया था. रजिस्ट्रार शामून रजा नकवी ने इन आरोपों को नकारा है.
जामिया उर्दू संस्थान मामले में नया मोड़
जामिया उर्दू संस्थान मामले में नया मोड़ आया है. थाना क्वार्सी में पीड़ित कमल सिंह ने रजिस्ट्रार पर धर्म परिवर्तन न करने पर नौकरी से निकालने का आरोप लगाया था, लेकिन रजिस्ट्रार शामून रजा नकवी ने बताया कि कमल सिंह माली की पोस्ट पर काम कर रहा था और पिछले चार महीने से काम पर नहीं आया था. ग्रेच्यूटी व प्रोविडेंट फंड को लेकर उनका मामला पेंडिग है. कमल सिंह को नौकरी से नहीं निकाला गया है. वह चाहे तो फिर से ज्वाइन कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि कमल के भाई रघुराज सिंह भी जामिया उर्दू में काम कर रहे हैं.
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सभी आरोप झूठे हैं. कमल को निकाला नहीं गया है. वह कहीं और नौकरी कर रहा है. पैसों का हिसाब किताब करा दिया जाएगा.
-रघुराज सिंह, शिकायतकर्ता का भाई