अलीगढ़: जिले में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने एएमयू के विरोध में प्रोटेस्ट मार्च निकाला. एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि शिक्षक भर्ती में 200 रोस्टर प्रणाली को दरकिनार किया जा रहा है. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.
- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा शनिवार को दिए गए ज्ञापन में पांच सूत्रीय मांगें की गई हैं.
- एबीवीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि देश के अंदर केंद्रीय विश्वविद्यालय में डॉ. भीमराव आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान एवं केंद्र सरकार द्वारा पारित सभी एक्ट अन्य केंद्रीय विद्यालयों में लागू हैं.
- अपने स्थापना काल से ही संविधान और आरक्षण नीति को एएमयू ने नहीं माना हैं.
- एएमयू के अंदर किसी भी प्रकार की रिक्तियां एवं छात्रों के प्रवेश में आरक्षण नीति लागू नहीं की जा रही है.
- हाल ही में विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षक एवं अन्य भर्तियों में 200 रोस्टर प्रणाली को भी नहीं लागू किया गया.
- भारत सरकार द्वारा 200 रोस्टर प्रणाली 3 जुलाई 2019 को पारित की गई थी. उसके बाद भी 200 रोस्टर प्रणाली अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय द्वारा नहीं अपनाई जा रही है.
जिस तरह हाल ही में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी द्वारा जो शिक्षक रिक्तियां एवं अन्य रिक्तियां निकाली गई हैं, जिसमें 200 रोस्टर प्रणाली को कहीं भी लागू नहीं किया गया है. 3 जुलाई 2019 को भारत सरकार द्वारा 200 रोस्टर प्रणाली को लागू किया गया. देश के अंदर कई सारे केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं. अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अंदर 200 रोस्टर प्रणाली को अपनाया जा रहा है, लेकिन इस मुस्लिम विश्वविद्यालय में किसी भी प्रकार का कोई भी कानून नहीं माना जाता है.
-योगेंद्र वर्मा, महासचिव, एबीवीपी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तरफ से ज्ञापन दिया गया है, जो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रिक्तियों के संबंध में है. रिक्तियों के संबंध में कोई ट्रांसपेरेंसी नहीं है. ऐसा इन लोगों का कहना है. जो ज्ञापन है उसके अनुसार विधिक कार्रवाई की जाएगी और उच्चस्तर पर इसको पहुंचाया जाएगा.
-अंजुम बी, मजिस्ट्रेट