आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज की डॉ. योगिता गौतम की हत्या गोली मारकर की गई थी. आरोपी डॉ. विवेक तिवारी होम क्वारंटीन था, लेकिन कोविड-19 प्रोटोकॉल तोड़कर डॉ. योगिता से मिलने उरई से आगरा आया था. कार में दोनों घूम रहे थे, तभी तकरार हो गई और डॉ. विवेक ने डॉ. योगिता की हत्या कर दी.
इतना ही नहीं, पुलिस की पूछताछ में आरोपी डॉक्टर विवेक ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उसका कहना है कि, वह योगिता का शव जलाना चाहता था. जिससे पहचान नहीं हो. इसलिए सुनसान जगह पर शव फेंककर उसके ऊपर लकड़ी रख दी थी. लकड़ी गीली थी, इसलिए लाइटर से आग नहीं लगी थी. तभी कुछ बच्चे आते दिखाई दिए और वह घबरा गया और गाड़ी लेकर के मौके से फरार हो गया.
घटना की जांच में जुटे एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि डॉ. योगिता गौतम की हत्या गोली मारकर की गई थी. योगिता के हाथ में कुछ बाल भी मिले हैं. जिनकी फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है. डॉ. विवेक तिवारी की ड्यूटी तीन अगस्त से 14 अगस्त तक जालौन के मंगरौल पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में बतौर कोरोना प्रभारी के रूप में थी. इसके बाद डॉ. विवेक को 15 अगस्त से 21 अगस्त तक होम क्वारंटाइन के आदेश दिए गए थे. इस दौरान उसे अपने सर्विस क्वार्टर पर ही रहना था, लेकिन 18 अगस्त को डॉ. विवेक तिवारी कोविड-19 प्रोटोकॉल तोड़कर कार से आगरा में डॉ. योगिता गौतम से मिलने आया. यहां पर डॉ. योगिता की हत्या की और वापस लौट गया था.
डॉ. योगिता को मारी गई थी तीन गोली
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि डॉ. योगिता के शरीर में तीन गोलियां निकली हैं. एक गोली उसके सिर, एक गोली सीने और एक गोली कंधे में मिला है. इससे साफ है, उसे गोली मारी गई है. गोली रिवाल्वर से मारी गई हैं. जबकि आरोपी सीनियर डॉ. विवेक तिवारी ने कबूलनामा में कहा था कि उसने डॉ. योगिता का पहले गला दबाया था और फिर बाद में चाकू से सिर में प्रहार किए थे.
बता दें कि शिवपुरी भाग-2 नजबगढ़ (दिल्ली) की योगिता गौतम एसएन मेडिकल कॉलेज से पीजी (एमएस) कर रही थी. डॉ. योगिता गौतम एसएन मेडिकल कॉलेज के पास ही राजामंडी में राहुल गोयल के मकान में किराए पर रहती थीं. 18 अगस्त को डॉ. योगिता गौतम की एमएस कंप्लीट हुई थी. उसी दिन शाम को डॉ. विवेक तिवारी ने उसकी हत्या कर दी थी. आरोपी सलाखों के पीछे है. पुलिस इस हत्याकांड को सुलझाने में लगी हुई है.