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पीएम मोदी ने रखी थी 'मेट्रो' की नींव, 2022 चुनाव से पहले पूरा करने की कोशिश, लॉकडाउन में भी चला काम

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में ड्रीम प्रोजेक्ट 'आगरा मेट्रो' का काम कोरोना की दूसरी लहर में भी दिन-रात चलता रहा. अब आगरा का पहला मेट्रो स्टेशन आकार लेने लगा है.

आगरा
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Published : Jun 20, 2021, 12:12 PM IST

आगराः कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन में तमाम काम-धंधे रुक गए या फिर रफ्तार धीमी हो गई. इन हालातों में भी ताजनगरी आगरा का ड्रीम प्रोजेक्ट यानी आगरा मेट्रो का काम लगातार चलता रहा. अभी भी दिन-रात मजदूर इसमें लगे हुए हैं. इसका ही नतीजा है कि पीएम मोदी के वर्चुअली 'आगरा मेट्रो' की नींव रखने के बाद 170 दिन बाद प्रायोरिटी पर फतेहाबाद रोड पर शुरू हुए तीन एलीवेटेड स्टेशन के निर्माण कार्य में ताजमहल पूर्वी गेट स्टेशन का फाउंडेशन बन गया है. अब यह एलीवेटेड स्टेशन धीरे धीरे अपना 'आकार' लेने लगा है. प्रबंधकों का दावा है कि कोरोना नियमावली का पालन करते हुए ही काम कराया गया है. वहीं, माना जा रहा है कि योगी सरकार का लक्ष्य है कि 2022 में चुनाव से पहले इसे पूरा कर लिया जाए. 'आगरा मेट्रो' के अब तक के सफर पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

आगरा मेट्रो परियोजना का कुल खर्च 8663 करोड़ रुपये है. आगरा मेट्रो परियोजना के दो कॉरिडोर हैं. पहला कॉरिडोर सिकंदरा से ताजमहल पूर्वी गेट है. इसमें 13 स्टेशन हैं. जिनमें छह स्टेशन एलीवेटेड और सात भूमिगत हैं. इस कॉरिडोर में सबसे पहली प्रायोरिटी पर ताजमहल पूर्वी गेट से जामा मस्जिद तक 6 किमी का मेट्रो ट्रैक तैयार किया जा रहा है. इसमें 6 मेट्रो स्टेशन हैं. इसके साथ ही दूसरा मेट्रो कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक 15.4 किलोमीटर लंबा है. जिसमें 14 स्टेशन हैं.

आगरा में मेट्रो ट्रेन का काम
आगरा मेट्रो के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर रितेश गर्ग का कहना है कि हमारा काम शिड्यूल के अनुसार चला रहा है. सबसे पहले फाउंडेशन का काम शुरू किया गया. पाइलिंग वर्क स्टार्ट कर दिया था. एक समय पर यहां छह मशीनें पाइलिंग का काम कर रही थीं. तीन किलोमीटर के एलीवेटेड ट्रैक बनाने में कुल 686 पाइल हैं. इसमें से 450 पाइल अभी तक हो चुकी हैं. पाइलिंग के बाद में पाइल कैप होती हैं, जो कुल 171 पाइल कैप हैं. इसमें से 60 पाइल कैप हो चुकी हैं. आगरा मेट्रो के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर रितेश गर्ग का कहना है कि प्रायोरिटी पर आगरा मेट्रो के फतेहाबाद रोड पर चल रहे कार्य में तीन एलीवेटेड स्टेशन हैं. इसमें पहला एलीवेटेड स्टेशन ताजमहल पूर्वी गेट है. इसका फाउंडेशन बन गया है. इस स्टेशन के तीन ग्रिड हैं, जिनका काम पूरा हो गया है. अब जमीन के ऊपर का काम शुरू हो गया है. ऐसे आगरा मेट्रो का ताजमहल पूर्वी गेट मेट्रो स्टेशन आकार लेने लगा है. आगरा मेट्रो के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर रितेश गर्ग का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के चलते जब लॉकडाउन शुरू हुआ था, तब मजदूरों की समस्या आई थी. मगर, कांट्रेक्टर ने अच्छी तरह से इसे मैनेज किया. लेबर को जितना प्रोटेक्शन दे सकते हैं, उतना दिया. हर दिन लेबर्स की थर्मल स्क्रीनिंग होती है. सैनिटाइजेशन किया जा रहा है. जहां पर लेबर्स रह रही हैं, वहां पर भी सैनिटाइजेशन समय-समय पर किया जाता है. अलग-अलग इंसेंटिव दिए जा रहे हैं, जिससे वो काम करते रहें और अपने गांव नहीं जाएं. लेबर को यह भी समझाया गया कि यहां रहेंगे तो काम भी चलेगा. उन्हें भी रुपये मिलेंगे. यहां पर सुरक्षित रहेंगे. समय-समय पर उनका मेडिकल चेकअप भी कराया जाता है. आगरा मेट्रो परियोजना की टाइम लाइन
  • 28 सितंबर-2015 को आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की घोषणा हुई।
  • 20 फरवरी-2019 में 8369.62 करोड़ रुपए की डीपीआर बनी.
  • 14 अक्टूबर-2020 को वर्कशॉप निर्माण कार्य लीसा इंजीनियर्स को मिला.
  • 19 अक्टूबर-2020 को तीन स्टेशन और चार किलोमीटर ट्रैक निर्माण का कार्य सेम इंडिया को मिला.
  • सात दिसंबर-2020 को पीएम मोदी आगरा मेट्रो का वर्चुअल उद्घाटन किया.
  • आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट दो कॉरिडोर में 29.4 किलोमीटर का ट्रैक बन रहा है.
  • मई-2021 में आगरा मेट्रो के ताज पूर्वी गेट का फाउंडेशन कार्य पूरा हुआ.

आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट का ट्रैक

कॉरिडोर का नामएलीवेटेड ट्रैकअंडरग्राउंड ट्रैक
सिकंदरा-ताज पूर्वी गेट6.35 किमी7.67 किमी
आगरा कैंट- कालिंदी विहार16 किमी00 किमी

इसे भी पढ़ेंः शौचालय में रहने को मजबूर आठ बच्चों संग दंपत्ति

योगी सरकार ने ताजनगरी की जनता को सुगम और सुरक्षित सफर देने के लिए आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट को रफ्तार दी है. योगी सरकार की मंशा है कि सन 2022 के चुनाव से पहले आगरा में मेट्रो दौड़े. यह सीएम योगी की मंशा है. इसको लेकर 'आगरा मेट्रो' का काम दिन रात चल रहा है.

आगराः कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन में तमाम काम-धंधे रुक गए या फिर रफ्तार धीमी हो गई. इन हालातों में भी ताजनगरी आगरा का ड्रीम प्रोजेक्ट यानी आगरा मेट्रो का काम लगातार चलता रहा. अभी भी दिन-रात मजदूर इसमें लगे हुए हैं. इसका ही नतीजा है कि पीएम मोदी के वर्चुअली 'आगरा मेट्रो' की नींव रखने के बाद 170 दिन बाद प्रायोरिटी पर फतेहाबाद रोड पर शुरू हुए तीन एलीवेटेड स्टेशन के निर्माण कार्य में ताजमहल पूर्वी गेट स्टेशन का फाउंडेशन बन गया है. अब यह एलीवेटेड स्टेशन धीरे धीरे अपना 'आकार' लेने लगा है. प्रबंधकों का दावा है कि कोरोना नियमावली का पालन करते हुए ही काम कराया गया है. वहीं, माना जा रहा है कि योगी सरकार का लक्ष्य है कि 2022 में चुनाव से पहले इसे पूरा कर लिया जाए. 'आगरा मेट्रो' के अब तक के सफर पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट.

आगरा मेट्रो परियोजना का कुल खर्च 8663 करोड़ रुपये है. आगरा मेट्रो परियोजना के दो कॉरिडोर हैं. पहला कॉरिडोर सिकंदरा से ताजमहल पूर्वी गेट है. इसमें 13 स्टेशन हैं. जिनमें छह स्टेशन एलीवेटेड और सात भूमिगत हैं. इस कॉरिडोर में सबसे पहली प्रायोरिटी पर ताजमहल पूर्वी गेट से जामा मस्जिद तक 6 किमी का मेट्रो ट्रैक तैयार किया जा रहा है. इसमें 6 मेट्रो स्टेशन हैं. इसके साथ ही दूसरा मेट्रो कॉरिडोर आगरा कैंट से कालिंदी विहार तक 15.4 किलोमीटर लंबा है. जिसमें 14 स्टेशन हैं.

आगरा में मेट्रो ट्रेन का काम
आगरा मेट्रो के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर रितेश गर्ग का कहना है कि हमारा काम शिड्यूल के अनुसार चला रहा है. सबसे पहले फाउंडेशन का काम शुरू किया गया. पाइलिंग वर्क स्टार्ट कर दिया था. एक समय पर यहां छह मशीनें पाइलिंग का काम कर रही थीं. तीन किलोमीटर के एलीवेटेड ट्रैक बनाने में कुल 686 पाइल हैं. इसमें से 450 पाइल अभी तक हो चुकी हैं. पाइलिंग के बाद में पाइल कैप होती हैं, जो कुल 171 पाइल कैप हैं. इसमें से 60 पाइल कैप हो चुकी हैं. आगरा मेट्रो के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर रितेश गर्ग का कहना है कि प्रायोरिटी पर आगरा मेट्रो के फतेहाबाद रोड पर चल रहे कार्य में तीन एलीवेटेड स्टेशन हैं. इसमें पहला एलीवेटेड स्टेशन ताजमहल पूर्वी गेट है. इसका फाउंडेशन बन गया है. इस स्टेशन के तीन ग्रिड हैं, जिनका काम पूरा हो गया है. अब जमीन के ऊपर का काम शुरू हो गया है. ऐसे आगरा मेट्रो का ताजमहल पूर्वी गेट मेट्रो स्टेशन आकार लेने लगा है. आगरा मेट्रो के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर रितेश गर्ग का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर के चलते जब लॉकडाउन शुरू हुआ था, तब मजदूरों की समस्या आई थी. मगर, कांट्रेक्टर ने अच्छी तरह से इसे मैनेज किया. लेबर को जितना प्रोटेक्शन दे सकते हैं, उतना दिया. हर दिन लेबर्स की थर्मल स्क्रीनिंग होती है. सैनिटाइजेशन किया जा रहा है. जहां पर लेबर्स रह रही हैं, वहां पर भी सैनिटाइजेशन समय-समय पर किया जाता है. अलग-अलग इंसेंटिव दिए जा रहे हैं, जिससे वो काम करते रहें और अपने गांव नहीं जाएं. लेबर को यह भी समझाया गया कि यहां रहेंगे तो काम भी चलेगा. उन्हें भी रुपये मिलेंगे. यहां पर सुरक्षित रहेंगे. समय-समय पर उनका मेडिकल चेकअप भी कराया जाता है. आगरा मेट्रो परियोजना की टाइम लाइन
  • 28 सितंबर-2015 को आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की घोषणा हुई।
  • 20 फरवरी-2019 में 8369.62 करोड़ रुपए की डीपीआर बनी.
  • 14 अक्टूबर-2020 को वर्कशॉप निर्माण कार्य लीसा इंजीनियर्स को मिला.
  • 19 अक्टूबर-2020 को तीन स्टेशन और चार किलोमीटर ट्रैक निर्माण का कार्य सेम इंडिया को मिला.
  • सात दिसंबर-2020 को पीएम मोदी आगरा मेट्रो का वर्चुअल उद्घाटन किया.
  • आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट दो कॉरिडोर में 29.4 किलोमीटर का ट्रैक बन रहा है.
  • मई-2021 में आगरा मेट्रो के ताज पूर्वी गेट का फाउंडेशन कार्य पूरा हुआ.

आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट का ट्रैक

कॉरिडोर का नामएलीवेटेड ट्रैकअंडरग्राउंड ट्रैक
सिकंदरा-ताज पूर्वी गेट6.35 किमी7.67 किमी
आगरा कैंट- कालिंदी विहार16 किमी00 किमी

इसे भी पढ़ेंः शौचालय में रहने को मजबूर आठ बच्चों संग दंपत्ति

योगी सरकार ने ताजनगरी की जनता को सुगम और सुरक्षित सफर देने के लिए आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट को रफ्तार दी है. योगी सरकार की मंशा है कि सन 2022 के चुनाव से पहले आगरा में मेट्रो दौड़े. यह सीएम योगी की मंशा है. इसको लेकर 'आगरा मेट्रो' का काम दिन रात चल रहा है.

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