आगराः पिंक बेल्ट मिशन द्वारा बुधवार 25 नवंबर अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस मनाया गया. इस दौरान लगभग 60 से 70 महिलाओं को आत्मरक्षा के गुणों का प्रशिक्षण दिया गया. जहां एसिड अटैक से शिकार हुई महिलाएं भी आत्मरक्षा का प्रशिक्षण लेने आईं. उन्होंने भी आत्मरक्षा के गुर सीखे और बताया कि यही एक तकनीक है जिससे प्रत्येक महिला अपने आप को बड़ी मुसीबत से बचा सकती है.
पुरी दुनिया देखेगी महिलाओं की शक्तिः अपर्णा
कार्यक्रम में पिंक बेल्ट मिशन की संस्थापिका अपर्णा राजावत ने महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर का प्रशिक्षण देते हुए कहा कि अब मन को समझाना है और खुद को समझना है. उन्होंने कहा कि हर महिला अपनी सुरक्षा खुद कर सकती है. महिलाएं स्कूल-कॉलेजों तक सीमित नहीं है, बल्कि जरूरत पड़ने पर समाज के सामने उदाहरण पेश करने में भी सक्षम हैं. महिलाओं की शक्ति को अब पूरी दुनिया देखेगी. उन्होंने महिलाओं से कहा कि अब यह ख्याल अपने मन से निकाल दें कि कोई और आएगा और आपकी सुरक्षा करेगा.
किसी भी उम्र में सीख सकते हैं गुर
तारा इनोवेशन की संस्थापिका मानसी चंद्रा ने बताया कि बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय हिंसा महिला उन्मूलन दिवस मनाया जा रहा है. मानसी चंद्रा ने कहा कि इस मौके पर महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाने का तात्पर्य इनको बताना है कि किसी भी उम्र की महिला आत्मरक्षा के गुर सीख सकती है. वह खुद अपनी सुरक्षा कर सकती है. आत्मरक्षा गुर में छोटी-छोटी तकनीकें हैं, जिनके द्वारा महिलाएं अपने आप को बड़ी मुसीबत से बचा सकती हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग से सीखे आत्मरक्षा के गुर
कार्यक्रम में पहुंची महिलाओं ने चेहरे पर मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ आत्मरक्षा के गुर सीखे. कार्यक्रम का आयोजन पिंक बेल्ट मिशन के बाग फरजाना स्थित कार्यालय पर किया गया. कार्यक्रम में पिंक बेल्ट मिशन की वीना सारस्वत, मुस्कान, ज्योति कर्दम, नेहा चित्तौड़िया, पायल चौहान व पिंक बेल्ट मिशन की पूरी टीम उपस्थित रही.