आगरा: जनपद में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. यहां के एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी के बाहर घंटों तक एक व्यक्ति अपनी पत्नी को लेकर इलाज के लिए डॉक्टरों से मिन्नतें करता रहा, लेकिन उसकी पत्नी को हाथ लगाना तो दूर भर्ती तक नहीं किया गया. जिसके बाद तड़त-तड़प कर इलाज के अभाव में महिला की मौत हो गई. मृतका के पति बच्चू सिंह ने बताया कि उनकी पत्नी देवी में कोविड के लक्षण थे. उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी की तबीयत बहुत ज्यादा खराब थी. जिसके बाद वे लोग उसे एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में लाए थे, लेकिन इमरजेंसी के डॉक्टर जांच करवाने के नाम पर टहलाते रहे.
शादी में गई थी महिला
पति बच्चू सिंह ने बताया कि वह एत्मादपुर तहसील के बिहारीपुर के रहने वाले हैं. उनकी पत्नी देवी बेंगलुरु में शादी से 21 तारीख को लौटी थी. शादी से लौटने के बाद उनकी तबीयत खराब हो गई थी. जिस वजह से 22 तारीख को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.ज्यादा तबीयत खराब होने पर निजी अस्पताल वालों ने इमरजेंसी के लिए रेफर कर दिया था.
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इलाज के अभाव में मौत
बच्चू सिंह ने बताया, निजी अस्पताल द्वारा इमरजेंसी के लिए रेफर करने पर वह लोग मरीज को एसएन मेडिकल कॉलेज लेकर आए. यहां वह 4 घंटे तक वह मरीज को लेकर बैठ रहे, लेकिन किसी भी डॉक्टर ने मरीज को हाथ भी नहीं लगाया और न एडमिट किया. डॉक्टरों का सिर्फ यही कहना था कि पहले कोरोना की जांच करवाओ. उसके बाद ही इलाज करेंगे. इलाज न मिलने पर 4 घंटे के बाद उनकी पत्नी ने दम तोड़ दिया.