आगराः नगर निगम की कूड़ा गाड़ी की चपेट में आने से मजदूर महिला की दर्दनाक मौत हो गई. दुर्घटना के बाद परिजनों ने मुआवजे के लिए नगर निगम में जमकर हंगामा किया. महिला घरों में झाड़ू-पोछा, बर्तन और साफ-सफाई का काम करती थी. महिला के 5 बच्चे हैं और पति भी बीमार है. अपर नगर आयुक्त ने महिला के परिजनों की मांग मान ली, जिसके बाद परिजन वापस लौट गए और अपर नगर आयुक्त का धन्यवाद भी किया.
थाना ताजगंज के अंतर्गत टीला मट्ठामल निवासी महिला रचना पत्नी पप्पू शुक्रवार को ताजगंज के सेंट्रल बैंक के पास बने श्याम पैलेस में काम करके घर वापस जा रही थी. उसी समय मैसर्स नेचर टूल्स एंड मशीन प्राइवेट लिमिटेड, गाजियाबाद के वाहन चालक प्रेमपाल द्वारा निगम के वाहन संख्या यूपी 80 एजी 1021 हुक लोडर के द्वारा कार्य किया जा रहा था. हुक लोडर में घटनास्थल पर टेलिफोन वायर फंस गया, जिससे स्थल पर वाहन की चपेट में आकर रचना गंभीर रूप से घायल हो गई. एसएन मेडिकल कॉलेज ले जाते वक्त रचना की रास्ते में ही मौत हो गई.
नगर निगम में शव रखकर किया हंगामा
मृतक महिला के परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर नगर निगम के अधिकारियों से बात की, लेकिन मामला न बनते देख महिला का शव नगर निगम में रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया. करीब 1 घंटे तक चले हंगामे के बाद अधिकारियों ने मृतका के परिजनों द्वारा मुआवजे के लिए किए जा रहे हंगामे को शांत कराया. उनके मुआवजे की मांग को मानते हुए अपर नगर आयुक्त ने मृतक महिला के परिवार को संबंधित फर्म की तरफ से 1 लाख 75 हजार नकद दिए और परिवार के एक व्यक्ति को निगम में आउटसोर्स पर नियुक्त कराने का आश्वासन दिया.
क्षेत्रीय पार्षद बंटी माहौर, पंकज माहौर और राजेंद्र माहौर द्वारा उन्हें घटना की जानकारी दी गई, जिसके बाद मृतक महिला के परिजनों की मांगें मान ली गई हैं. अब परिजन पूर्ण रूप से संतुष्ट होकर वापस लौट गए हैं. आगे किसी भी तरह की कोई भी कानूनी कार्रवाई न करने की बात परिजनों ने कही है.
-कुंवर बहादुर सिंह, अपर नगर आयुक्त