आगरा : विजिलेंस टीम ने आगरा में बड़ी कार्रवाई करके बुधवार रात खण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) ब्रजराज सिंह चौरसिया को आठ हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोच लिया. विजिलेंस टीम को एक शिक्षक ने रिश्वत मांगने की शिकायत की थी. बीईओ ने जीपीएफ से ऋण लेने की संस्तुति करने के एवज में आठ हजार की रिश्वत मांगी थी.
आगरा विजिलेंस के हत्थे चढे ब्रजराज सिंह चैरसिया शमसाबाद ब्लॉक में कार्यरत बीईओ हैं. विजिलेंस के मुताबिक, ब्लाॅक शमसाबाद के प्राथमिक विद्यालय लहर पट्टी में कार्यरत प्रधानाध्यापक भैरोंनाथ सिंह ने अपने जीपीएफ से पांच लाख का ऋण लेने को जुलाई-2021 में आवेदन किया था. मगर, रिश्वत न देने के कारण बीइओ कार्यालय से उसकी पत्रावली गायब कर दी. इस पर शिक्षक भैंरोनाथ सिंह ने अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में पुनः आवेदन ऋण लेने के लिए किया.
इस पर बीईओ ब्रजराज सिंह ने आठ हजार रुपये की रिश्वत की मांगी. जिसकी शिकायत भैरोंनाथ सिंह ने विजिलेंस कार्यालय में की. विजिलेंस टीम ने शिक्षक भैरोंनाथ सिंह की शिकायत पर सत्यापन किया और इसके बाद उन्हें रिश्वत की रकम पर पाउडर लगाकर भेज दिया. बीईओ ब्रजराज सिंह ने रिश्वत की करम लेकर पीड़ित शिक्षक को अस्थायी आवास होटल रॉयल पर बुलाया. जहां पर शिक्षक भैरोंनाथ सिंह ने जैसे ही बीईओ को रिश्वत की रकम दी. वैसे ही विजिलेंस टीम ने रिश्वत की रकम के साथ बीईओ ब्रजराज सिंह को रंगेहाथ दबोच लिया.
प्रभारी बीएसए भी रहा है आरोपी बीईओ
बता दें कि, बीईओ ब्रजराज सिंह पर करीब एक माह तक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का चार्ज रहा था. बीएसए के स्थानांतरण पर ब्रजराज सिंह को प्रभारी बीएसए का चार्ज दिया गया था. जब नए बीएसए सतीश कुमार ने जॉइन किया तब उन्हें हटाया गया. एक माह में प्रभारी बीएसए ब्रजराज सिंह के विरुद्ध बीएसए कार्यालय में महिला शिक्षिकाओं से मैटरनिटी लीव और सीसीएल स्वीकृति के नाम पर वसूली का आरोप लगा था. जिसकी चर्चा शिक्षा महकमे में खूब हुई थी.
इसे भी पढ़ें- आगरा: स्कूली बच्चों से भरी बस पलटी, ग्रामीणों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाले गए बच्चे, टला बड़ा हादसा
यूटा करेगा पीडित शिक्षक का सम्मान
यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के जिलाध्यक्ष केशव दीक्षित और जिला महामंत्री राजीव वर्मा का आरोप है कि, बीईओ ब्रजराज सिंह के विरुद्ध जनपद के दर्जनों शिक्षकों ने शिकायत की थी. प्रभारी बीएसए रहते हुए उन्होंने खूब शिक्षकों का आर्थिक उत्पीड़न किया था. हर एक कार्य के लिए रिश्वत निर्धारित थी. शमसाबाद ब्लॉक के शिक्षक भैरोंनाथ सिंह ने हिम्मत करके भ्रष्ट बीईओ की शिकायत विजिलेंस में की. जिससे वह रंगे हाथ दबोचा गया है. यूटा शिक्षक भैरोंनाथ सिंह का सम्मान करेगा
यह काम कराने को देनी होती है रिश्वत
शिक्षा विभाग में खूब रिश्वत का खेल चलता है. हर काम के लिए रुपये तय हैं. रिश्वतखोर शिक्षकों से एरियर बिल पारित कराने, उनके चिकित्सा अवकाश स्वीकृत करने, महिला शिक्षिकाओं से उनकी प्रसूतिकालीन और बाल्य देखभाल अवकाश प्रदान करने तथा जीपीएफ से ऋण लेने की संस्तुति करने की एवज में जमकर धन उगाही करते हैं.