आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल ने 11 जनवरी को इस्तीफा दे दिया. उनका इस्तीफा कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने स्वीकार कर लिया.
दरअसल, अधिवक्ता डॉ. अरुण दीक्षित ने कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल पर वित्तीय अनियमितताओं, यूजीसी की गाइडलाइन का पालन न करते हुए भर्ती करने का आरोप लगाया था. साथ ही उन पर कोविड काल में कर्मचारियों की जान जोखिम में डालकर काम करवाने का आरोप भी लगा.
उन पर लगे आरोपों की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई. कमेटी काफी लंबे वक्त से कुलपति पर लगे आरोपों की गंभीरता से जांच कर रही थी लेकिन कुलपति ने हाईकोर्ट का भी सहारा लिया. इस बीच पांच जुलाई को कुलाधिपति ने लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय को कार्यवाहक कुलपति पद पर आगरा यूनिवर्सिटी में नियुक्त किया था.
ये भी पढ़ेंः स्वामी प्रसाद मौर्य 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी में होंगे शामिल
अधिवक्ता डॉ. अरुण दीक्षित की शिकायत पर कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने एक कमेटी बनाई थी जो इस पूरी प्रक्रिया की जांच कर रही थी. यह संभावना जताई जा रही है कि इसी के चलते कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल ने इस्तीफा दे दिया.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप