आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में बीएएमएस की कॉपी अदला-बदली के मामले(BAMS copy swapping case) में शनिवार को आगरा एसपी सिटी ने दो और अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक कॉपी को लिखने का काम करता था, तो दूसरा दलाली का काम करता था. दोनों ही मिलकर कॉपियों की अदला बदली(exchange of copies) करने वाले गैंग में शामिल(copy swapping gang) थे. एसपी सिटी ने बताया कि जल्द ही एक बड़े गैंग का पर्दाफाश हो सकता है. पूछताछ में अभी और भी नाम सामने आ रहे हैं. आगरा पुलिस चार अभियुक्तों को जेल भेज चुकी हैं.
आगरा एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि थाना कोतवाली कासगंज का रहने वाला पुनित खुद बीएएमएस थर्ड ईयर का छात्र है. पुनीत कॉपिया लिखने का काम करता था. गिरफ्तारी के दौरान उसके घर से कई कॉपियां ऐसी मिली है, जो कॉपियां नहीं मिलनी चाहिए थी. पूछताछ में पुनीत ने बताया कि उसका सिर्फ इताना काम होता था. जब उसके पास ज्यादा नंबर की कॉपी आए तो उसे देख कर कॉपियों को लिख कर दे दें. तो वहीं, दुर्गेश का काम होता था कि वह ग्राहक लाकर देता था. दुर्गेश जौनपुर का रहने वाला है लेकिन, आगरा की महर्षि पुरम कॉलोनी में रहता था. यह दोनों ही एक बड़े गैंग में शामिल थे.
ये है पूरा मामला
आगरा विवि में परीक्षाएं सेमेस्टर वाइज कराई जा रही थी. 20 अगस्त से बीएससी और बीए फर्स्ट ईयर की द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाएं हो रही थी. 27 अगस्त को बीएएमएस थर्ड ईयर की परीक्षा होने के बाद कॉपियों की अदला-बदली करते हुए ऑटो चालक देवेंद्र पकड़ा गया था. इसके बाद यूनिवर्सिटी द्वारा मुकदमा कराया गया था. पुलिस ने ड्राइवर को रिमांड पर लिया. इसके बाद डॉ अतुल यादव नाम के व्यक्ति का खुलासा हुआ. दोनों ही आरोपियों को आगरा पुलिस ने जेल भेज दिया था. मामला हाईलाइट होने पर सीएम ने खुद मामले को संज्ञान में लिया और एसटीएफ का गठन किया.
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