आगरा: ताजनगरी में डेंगू तेजी से अपने पैर पसार रहा है. बुधवार को नए डेंगू के मरीज आने से जिले में मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 12 हो गया है. सीएम योगी के सख्त निर्देश के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग लगातार शहर और गांव-देहात में हाउस-टू-हाउस सर्वे कर रहा है. डेंगू के साथ ही जिले में वायरल भी लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जिले की सभी सरकारी और निजी लैब से डेंगू व मलेरिया के मरीजों की रिपोर्ट व रिकॉर्ड जुटा रहा है.
यूपी में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर सीएम योगी बेहद सख्त हैं. जहां भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं, वहां नोडल अधिकारी भी भेजे जा रहे हैं. यूपी में फिरोजाबाद और मथुरा के साथ ही अब आगरा में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जिले में अब डेंगू के 12 मरीज हो गए हैं.
जिला अस्पताल में खेरागढ़ की एक वर्षीय बच्ची में डेंगू की पुष्टि हुई है. नाई की सराय स्थित महादेवी नगर निवासी 11 वर्षीय बच्चा भी डेंगू की चपेट में आया है. इसके साथ ही बरौली गुर्जर निवासी 12 साल की बच्ची में डेंगू की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही एसएन मेडिकल कॉलेज (SNMC) के मेडिसिन विभाग के डेंगू वार्ड में भर्ती शिकोहाबाद के रहने वाले एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई है.
सीएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में अभी तक डेंगू के 12 मरीज मिले हैं. जिनका उपचार चल रहा है. जिले में डेंगू के 50 संदिग्ध मरीज हैं. जिनमें से 29 संदिग्ध मरीज भर्ती हैं. इसके साथ ही एसएनएमसी के बाल रोग के डेंगू वार्ड में 11 मरीज और मेडिसिन विभाग के डेंगू वार्ड में 10 डेंगू के संदिग्ध मरीज हैं.
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू और वायरल को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. आशाएं, नर्सिंग स्टॉफ और चिकित्सकों की टीमें बनाई हैं. जो शहर से लेकर गांव-गांव जाकर सर्वे के साथ ही लोगों को जागरूक कर रही हैं. लोगों से अपील है कि ज्वर आने पर लापरवाही ना बरतें. नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सकों से परामर्श और उपचार जरूर लें.
एसएनएमसी के प्रवक्ता डॉ. मृदुल चतुर्वेदी ने बताया कि मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए घरों की साफ-सफाई पर विशेष जोर देना चाहिए. कूलर का पानी दो से तीन दिन में बदलते रहना चाहिए. फूलदान का पानी बदलना चाहिए, जिससे उसमें मच्छरों का लार्वा न पनप सके. घर और उसके आसपास पानी का जमाव नहीं होने देना चाहिए.
यह सरकार की गाइडलाइन
संदिग्ध मरीज: ज्वर के साथ 50 हजार से कम प्लेटलेट्स
संभावित मरीज : ज्वर के साथ 50 हजार प्लेटलेट्स से कम और एनएस-1 पॉजिटिव
डेंगू मरीज : आईजीएम टेस्ट पॉजिटिव और ज्वर 3 से 5 दिन से आना.
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार आना.
सिर चकराना.
मांसपेशियों में दर्द.
जोड़ों में दर्द.
कमजोरी महसूस होना.
भूख कम लगना.
मरीज का जी मिचलाना.
गर्दन और चेस्ट गर्दन लाल गुलाबी रंग के रैशेज पड़ना.
आगरा में तीन बच्चों में डेंगू की पुष्टि, मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 12 - डेंगू बीमारी आगरा
आगरा में बुधवार को तीन और बच्चों में डेंगू की पुष्टी हुई है. इसके बाद यहां डेंगू मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 12 हो गया है.
आगरा: ताजनगरी में डेंगू तेजी से अपने पैर पसार रहा है. बुधवार को नए डेंगू के मरीज आने से जिले में मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 12 हो गया है. सीएम योगी के सख्त निर्देश के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग लगातार शहर और गांव-देहात में हाउस-टू-हाउस सर्वे कर रहा है. डेंगू के साथ ही जिले में वायरल भी लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जिले की सभी सरकारी और निजी लैब से डेंगू व मलेरिया के मरीजों की रिपोर्ट व रिकॉर्ड जुटा रहा है.
यूपी में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को लेकर सीएम योगी बेहद सख्त हैं. जहां भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं, वहां नोडल अधिकारी भी भेजे जा रहे हैं. यूपी में फिरोजाबाद और मथुरा के साथ ही अब आगरा में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जिले में अब डेंगू के 12 मरीज हो गए हैं.
जिला अस्पताल में खेरागढ़ की एक वर्षीय बच्ची में डेंगू की पुष्टि हुई है. नाई की सराय स्थित महादेवी नगर निवासी 11 वर्षीय बच्चा भी डेंगू की चपेट में आया है. इसके साथ ही बरौली गुर्जर निवासी 12 साल की बच्ची में डेंगू की पुष्टि हुई है. इसके साथ ही एसएन मेडिकल कॉलेज (SNMC) के मेडिसिन विभाग के डेंगू वार्ड में भर्ती शिकोहाबाद के रहने वाले एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई है.
सीएमओ डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिले में अभी तक डेंगू के 12 मरीज मिले हैं. जिनका उपचार चल रहा है. जिले में डेंगू के 50 संदिग्ध मरीज हैं. जिनमें से 29 संदिग्ध मरीज भर्ती हैं. इसके साथ ही एसएनएमसी के बाल रोग के डेंगू वार्ड में 11 मरीज और मेडिसिन विभाग के डेंगू वार्ड में 10 डेंगू के संदिग्ध मरीज हैं.
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि डेंगू और वायरल को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. आशाएं, नर्सिंग स्टॉफ और चिकित्सकों की टीमें बनाई हैं. जो शहर से लेकर गांव-गांव जाकर सर्वे के साथ ही लोगों को जागरूक कर रही हैं. लोगों से अपील है कि ज्वर आने पर लापरवाही ना बरतें. नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सकों से परामर्श और उपचार जरूर लें.
एसएनएमसी के प्रवक्ता डॉ. मृदुल चतुर्वेदी ने बताया कि मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए घरों की साफ-सफाई पर विशेष जोर देना चाहिए. कूलर का पानी दो से तीन दिन में बदलते रहना चाहिए. फूलदान का पानी बदलना चाहिए, जिससे उसमें मच्छरों का लार्वा न पनप सके. घर और उसके आसपास पानी का जमाव नहीं होने देना चाहिए.
यह सरकार की गाइडलाइन
संदिग्ध मरीज: ज्वर के साथ 50 हजार से कम प्लेटलेट्स
संभावित मरीज : ज्वर के साथ 50 हजार प्लेटलेट्स से कम और एनएस-1 पॉजिटिव
डेंगू मरीज : आईजीएम टेस्ट पॉजिटिव और ज्वर 3 से 5 दिन से आना.
डेंगू के लक्षण
तेज बुखार आना.
सिर चकराना.
मांसपेशियों में दर्द.
जोड़ों में दर्द.
कमजोरी महसूस होना.
भूख कम लगना.
मरीज का जी मिचलाना.
गर्दन और चेस्ट गर्दन लाल गुलाबी रंग के रैशेज पड़ना.