आगरा: जिले के यमुनापार में टेढ़ी बगिया के पास नगला किशनलाल में घर पर पति, पत्नी और बेटे का अधजला शव मिला है. आशंका है कि हत्या करने के बाद शव जलाने की कोशिश की गई. सूचना पर पहुंची पुलिस अधजले शवों की जांच में जुट गई है. बता दें कि एत्माउददौला के नगला किशनलाल में सोमवार सुबह तीन लोगों के शव मिले हैं, तीनों शव एक ही कमरे से बरामद किए गए हैं. एडीजी, आईजी और एसएसपी समेत तमाम फोर्स मौके पर पहुंच गया है. एडीजी अजय आनन्द का कहना है कि पुलिस घटना के खुलासे के करीब है.
एत्माउद्दौला थाना क्षेत्र के नगला किशनलाल में परचून की दुकान चलाने वाले रामवीर, उनकी पत्नी मीरा और बेटा बबलू घर पर थे. सोमवार सुबह जब उनकी दुकान नहीं खुली तो लोगों ने घर में झांककर देखा तो होश उड़ गए. घर में तीनों के अधजले शव पड़े हुए थे. सूचना मिलते ही सीओ छत्ता विकास जायसवाल समेत थाना एत्माउद्दौला पुलिस मौके पर पहुंच गई. शवों के हाथ पैर टेप से बंधे हुए थे और उनके अधजले शव एक के ऊपर एक पड़े थे. हालात देखकर साफ पता चल रहा था कि संघर्ष के बाद उनकी हत्या की गई है. घर के तीन अलग-अलग कमरों में बारी बारी हत्या किये जाने और फिर तीनों शवों को एक साथ रखकर ज्वलनशील पदार्थ डालकर जलाने की कोशिश की गई. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
मृतक परिवार के कई रिश्तेदार आस-पास ही रहते हैं. पुलिस जांच में जानकारी हुई कि तीन लोग रात्रि में आये थे और बातचीत हो रही थी. पुलिस को जानकारी मिली कि फौजी नाम के एक व्यक्ति को रामबीर ने अपने बेटे बबलू की सरकारी नौकरी लगवाने के लिए 12 लाख रुपये दिए थे. नौकरी न लगने पर उस पैसे को लेकर विवाद चल रहा था. यह बात भी पता चली है कि मृतक रामबीर परचून की दुकान के साथ ब्याज पर पैसे देने का भी काम करता था.
बताया जा रहा है कि हत्या सुनियोजित है, क्योंकि बीती रात मोहल्ले में जागरण था और स्थानीय लोग वहीं थे. इस दौरान वहां आने जाने वालों पर भी लोगों की विशेष नजर नहीं थी. तेज आवाज में भजन होने के कारण चीख पुकार की आवाज आस पड़ोस को पता चलना भी मुश्किल था. फिलहाल एडीजी अजय आनन्द का कहना है कि पुलिस को काफी सुराग मिले हैं. कुछ तथ्यों की जांच अभी शेष है. हत्या का खुलासा जल्द किया जाएगा.