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आगरा बस हाईजैक: तीन आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे, दो गाड़ियां बरामद

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Published : Aug 21, 2020, 3:58 PM IST

आगरा बस हाईजैक मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तीनों को चित्राहाट थाना क्षेत्र से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इनकी निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल दो कारों को भी बरामद कर लिया है.

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तीन गिरफ्तार.

आगरा: दक्षिणी बाईपास से 34 यात्रियों से भरी बस हाईजैक करने के मामले में शुक्रवार को आगरा पुलिस ने तीन और आरोपी गिरफ्तार किए हैं. इनके नाम संजय, श्रवण और यतेंद्र यादव हैं. इन तीनों को चित्राहाट थाना क्षेत्र से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इनकी निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल सेंट्रो कार और एक्सयूवी गाड़ी भी बरामद कर ली है. आरोपी वारदात में इस्तेमाल की गई गाड़ियों को छिपाकर चोरी की बाइक से फरार होने वाले थे.

जानकारी देते एसपी रवि कुमार.

एसपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया कि तीनों से पूछताछ की जा रही है. एसपी रवि कुमार के मुताबिक गिरफ्तार मास्टरमाइंड प्रदीप शर्मा ने बताया कि बस हाईजैक करने में 12 से ज्यादा लोग शामिल थे. इसके बाद फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें लग गई हैं. प्रदीप गुप्ता ने अपने साथियों के रूप में नरेंद्र यादव, यतेंद्र यादव, श्रवण यादव, पंकज यादव, संजय और बंटू के नाम बताए हैं. चार अन्य साथी गाड़ी में सवार होकर नहीं आए थे, उनके नाम भी पुलिस को मिल गए हैं. सभी की तलाश शुरू कर दी गई है.

यूं की थी बस हाईजैक
डबरा (ग्वालियर, एमपी) निवासी चालक रमेश स्लीपर बस में 34 सवारी लेकर बीती मंगलवार शाम गुरुग्राम से चला. सवारियां मप्र के पन्ना में अमानगंज जानी थी. मंगलवार रात साढ़े 10 बजे बस दक्षिणी बाइपास पर रायभा टोल प्लाजा के पास पहुंची. वहां पर दो कार सवार युवक मिले. उन्होंने खुद को फाइनेंसकर्मी बताकर बस को रुकवाया. चालक रमेश बस से नहीं उतरा और बस आगे बढ़ा दी. इसके बाद कार सवारों ने पीछा कर मलपुरा क्षेत्र में न्यू दक्षिणी बाइपास पर बस को ओवरटेक कर रोक लिया. चालक और परिचालक को जबरन बस से नीचे उतारकर अपनी गाड़ी में बैठा लिया. बस में चार साथी बैठ गए और खुद ही बस को चलाने लगे. आगे कार और पीछे बस को लेकर आरोपी ग्वालियर रोड पर सैंया की तरफ चले गए. सैंया से फतेहाबाद होकर वे लखनऊ एक्सप्रेसवे पहुंचे. एक्सप्रेसवे के नीचे स्थित ढाबे पर उन्होंने खाना खाया. परिचालक से सवारियों के रुपये वापस कराए और सवारी समेत बस लेकर फिर चल दिए. फिर परिचालक के साथ उसे दिल्ली-कानपुर हाईवे पर कुबेरपुर के पास छोड़ गए.

बस हाईजैक करने का मास्टरमाइंड प्रदीप गुप्ता बीती गुरुवार तड़के फतेहाबाद में मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था,. उसके पैर में गोली लगी थी. वहीं उसका एक साथी भाग गया था. मूलतः जैतपुर निवासी प्रदीप गुप्ता हाल में इटावा में रहता है. वह एआरटीओ कार्यालय में दलाल है. वह करीब कई दर्जन बसें संचालित करता है.

आगरा: दक्षिणी बाईपास से 34 यात्रियों से भरी बस हाईजैक करने के मामले में शुक्रवार को आगरा पुलिस ने तीन और आरोपी गिरफ्तार किए हैं. इनके नाम संजय, श्रवण और यतेंद्र यादव हैं. इन तीनों को चित्राहाट थाना क्षेत्र से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इनकी निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल सेंट्रो कार और एक्सयूवी गाड़ी भी बरामद कर ली है. आरोपी वारदात में इस्तेमाल की गई गाड़ियों को छिपाकर चोरी की बाइक से फरार होने वाले थे.

जानकारी देते एसपी रवि कुमार.

एसपी ग्रामीण रवि कुमार ने बताया कि तीनों से पूछताछ की जा रही है. एसपी रवि कुमार के मुताबिक गिरफ्तार मास्टरमाइंड प्रदीप शर्मा ने बताया कि बस हाईजैक करने में 12 से ज्यादा लोग शामिल थे. इसके बाद फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें लग गई हैं. प्रदीप गुप्ता ने अपने साथियों के रूप में नरेंद्र यादव, यतेंद्र यादव, श्रवण यादव, पंकज यादव, संजय और बंटू के नाम बताए हैं. चार अन्य साथी गाड़ी में सवार होकर नहीं आए थे, उनके नाम भी पुलिस को मिल गए हैं. सभी की तलाश शुरू कर दी गई है.

यूं की थी बस हाईजैक
डबरा (ग्वालियर, एमपी) निवासी चालक रमेश स्लीपर बस में 34 सवारी लेकर बीती मंगलवार शाम गुरुग्राम से चला. सवारियां मप्र के पन्ना में अमानगंज जानी थी. मंगलवार रात साढ़े 10 बजे बस दक्षिणी बाइपास पर रायभा टोल प्लाजा के पास पहुंची. वहां पर दो कार सवार युवक मिले. उन्होंने खुद को फाइनेंसकर्मी बताकर बस को रुकवाया. चालक रमेश बस से नहीं उतरा और बस आगे बढ़ा दी. इसके बाद कार सवारों ने पीछा कर मलपुरा क्षेत्र में न्यू दक्षिणी बाइपास पर बस को ओवरटेक कर रोक लिया. चालक और परिचालक को जबरन बस से नीचे उतारकर अपनी गाड़ी में बैठा लिया. बस में चार साथी बैठ गए और खुद ही बस को चलाने लगे. आगे कार और पीछे बस को लेकर आरोपी ग्वालियर रोड पर सैंया की तरफ चले गए. सैंया से फतेहाबाद होकर वे लखनऊ एक्सप्रेसवे पहुंचे. एक्सप्रेसवे के नीचे स्थित ढाबे पर उन्होंने खाना खाया. परिचालक से सवारियों के रुपये वापस कराए और सवारी समेत बस लेकर फिर चल दिए. फिर परिचालक के साथ उसे दिल्ली-कानपुर हाईवे पर कुबेरपुर के पास छोड़ गए.

बस हाईजैक करने का मास्टरमाइंड प्रदीप गुप्ता बीती गुरुवार तड़के फतेहाबाद में मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था,. उसके पैर में गोली लगी थी. वहीं उसका एक साथी भाग गया था. मूलतः जैतपुर निवासी प्रदीप गुप्ता हाल में इटावा में रहता है. वह एआरटीओ कार्यालय में दलाल है. वह करीब कई दर्जन बसें संचालित करता है.

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