आगरा: कस्बा फतेहाबाद के सीएचसी प्रभारी मनीष ने बुधवार को अस्पताल स्टाफ के साथ एक बैठक की थी. जिसमें उन्होंने पुरुष और महिला स्टाफ के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया था. आदेश के अनुसार पुरुष जींस टीशर्ट पहनकर अस्पताल में नहीं आ सकते थे. उन्हें फॉर्मल पैंट, शर्ट और काले जूते पहनकर ही अस्पताल आना था और साथ ही महिला स्टाफ सलवार कुर्ता या फिर साड़ी पहनकर ही आ सकती थी. इसके साथ ही उनको मेकअप के बारे में भी हिदायत दी गई और कहा गया कि महिलाओं को हल्का मेकअप करके ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आना है.
महत्वपूर्ण बिन्दु-
- सीएचसी प्रभारी ने यह भी स्पष्ट किया कि ड्रेस कोड का पालन न करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
- जब मामला मीडिया के संज्ञान में आया तो फतेहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से अस्पताल पर तैनात स्टाफ को गायब कर दिया गया था.
- अस्पताल का स्टाफ इस फरमान से इतना डरा हुआ था कि कैमरे के सामने कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं था.
- जब इस मामले में सीएचसी प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गलती से उन्होंने यह फरमान जारी कर दिया था.
सीएचसी प्रभारी डॉ.मनीष गुप्ता का कहना है कि पुरुषों को पैंट शर्ट और महिला स्टाफ को हल्के मेकअप में आने को कहा गया है. इस बाबत सभी को निर्देशित कर दिया है. इधर सीएमओ डॉ. मुकेश वत्स ने मामले से पल्ला झाड़ते नजर आए. उन्होंने फोन पर बताया कि जींस टीशर्ट पहनकर आने और हल्का मेकअप करने जैसा कोई लिखित में आदेश नहीं आया. सभी स्टाफ को एप्रिन में रहना जरूरी है. हालांकि कैमरे के सामने सीएमओ मुकेश वत्स ने जवाब देने से इनकार कर दिया.