आगरा : पश्चिमी विक्षोभ का असर बुधवार तड़के आगरा में देखने के लिए मिला. देर रात मौसम ने करवट ली (the weather turned) और बुधवार तड़के आगरा और आसपास के इलाकों में बूंदाबांदी (Drizzling) के बाद जमकर बारिश हुई. जिससे आगरा का तापमान नीचे आ गया. अब लोग ठिठुरन (chill) का अहसास कर रहे हैं. बारिश की वजह से वातावरण में पॉल्यूशन का स्तर (pollution level in the atmosphere) भी गिर गया है.
बता दें, मंगलवार रात मथुरा में अचानक मौसम बदला और वहां पर बारिश हुई थी. इसके बाद बुधवार तड़के करीब चार बजे आगरा में भी मौसम ने करवट ली. पहले बूंदाबांदी और इसके बाद खूब बारिश हुई. जिससे सुबह लोगों को ठंड का अहसास हुआ. लोग गर्म कपड़े पहनकर घर से बाहर निकले. वहीं बेमौसम बारिश से किसानों की चिंता बढ़ गई है. इस वक्त आलू और गेहूं की बुवाई हो रही है. ऐसे में यह बारिश बुवाई में खलल डाल रही है. जबकि सरसों की फसल के लिए यह पानी अच्छा है. सुबह सात बजे के बाद बूंदाबादी और बारिश बंद हो गई, आसमान में बादल छाए हैं.
मौसम विभाग (weather department) के मुताबिक अचानक मौसम का मिजाज बदलने की वजह जम्मू कश्मीर और पाकिस्तान के बार्डर पर बना पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) है. जिसकी वजह से बूंदाबांदी और बारिश हुई है. जिससे अब नमी के चलते 14 नंवबर तक कोहरा या फिर धुंध परेशान करेगी. आगामी दो से तीन दिन ताजनगरी के आसमान पर बादलों का भी डेरा रहेगा. इसके साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी (snowfall) का असर यहां भी जल्द देखने को मिलेगा.