आगरा : उत्तर प्रदेश के सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों पर विद्यालय प्रशासन की ओर से गैर शैक्षणिक कार्यों को अतिरिक्त भार डाला जा रहा है. इसे लेकर तमाम शिक्षक संघों में नाराजगी है. इस संबंध में मंगलवार को राष्ट्रवादी शिक्षक महासंघ के प्रदेश संयोजक मुकेश डागुर के नेतृत्व में आगरा के जगनेर में शिक्षक़ जागृति अभियान चलाया गया. मुकेश डागुर ने प्राथमिक विद्यालय कछपुरा सहित कई विद्यालयों मे शिक्षकों से संपर्क कर शिक्षकों को वर्तमान हालातों से अवगत कराते हुए चिंता व्यक्त की गई.
बता दें कि आगरा के जगनेर स्थित शिव पैलेस में राष्ट्रवादी शिक्षक महासंघ की बैठक हुई. बैठक में राष्ट्रवादी शिक्षक महासंघ के प्रदेश संयोजक मुकेश डागुर ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा और शिक्षक दोनों ही संकट में हैं. एक तरफ शिक्षकों पर गैर शैक्षणिक कार्यों का भारी दबाव है तो वहीं दूसरी तरफ उनके ऊपर बच्चों को पढ़ाने की की जिम्मेदारी भी.
ऐसी स्थिति में शिक्षक पढ़ाई पर फोकस नहीं कर पा रहे हैं जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि उच्चाधिकारियों द्वारा शिक्षकों का जमकर शोषण भी किया जा रहा है. इससे शिक्षकों का भविष्य संकट में है. उनको नयी पेंशन को ज्वाइन कराने के लिए विवश किया जा रहा है जो कर्मचारियों के हित में नहीं है.
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एनपीएस के विरोध मे 28 अक्टूबर को आगरा में होगा विशाल धरना प्रदर्शन
बता दें कि प्रदेश संयोजक मुकेश डागुर के मुताबिक राष्ट्रवादी शिक्षक़ महासंघ के सैकड़ों शिक्षक 28 अक्टूबर को सदर तहसील आगरा में एनपीएस के विरोध में धरना देंगे. उन्होंने अधिक से अधिक संख्या में शिक्षकों से पहुंचने की अपील भी की.
उन्होंने बताया कि प्रदर्शन की रणनीति तय हो चुकी है. अब केवल 28 अक्टूबर का इंतजार है. बता दें कि इस मीटिंग के दौरान राष्ट्रवादी शिक्षक महासंघ के प्रदेश संयोजक मुकेश डागुर के साथ शिक्षक कीर्तपाल सिंह, चंद्रप्रकाश सिंह सोलंकी, रोहित चाहर व ममता सोलंकी समेत दर्जनों शिक्षक मौजूद रहे.
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