आगरा: जिले की खेरागढ़ तहसील क्षेत्र में एक ऐसा संवेदनशील मामला सामने आया है, जिसे देख और सुनकर हर किसी की आंख से आंसू निकल पड़ेंगे. एक 12 वर्षीय बच्चा पढ़ना चाहता है, लेकिन उसकी पढ़ाई में रोड़ा उसकी सौतेली मां और पिता बने हुए हैं. शुक्रवार को किशोर विद्यालय पहुंचा और रोते-सिसकते हुए उसने अपनी व्यथा अध्यापक को बताई. बच्चे की पीढ़ा सुनकर अध्यापक भी अपने आंसू नहीं रोक पाए और उसकी हरसंभव मदद करने का संकल्प लिया.
मामला जगनेर ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत बसई जगनेर से जुड़ा हुआ है. 12 वर्षीय बच्चा मान सिंह पुत्र सोरन सिंह निवासी नसौआ जूनियर हाईस्कूल बसई का कक्षा सातवीं का छात्र है. शुक्रवार को मान सिंह रोता हुआ विद्यालय पहुंचा. बच्चे को रोता देखकर अध्यापक ने कारण पूछा. पहले तो मान सिंह कुछ बोलने को तैयार नहीं हुआ. वह केवल रोए जा रहा था. ज्यादा पूछने पर उसने सिसकते हुए अपनी पीढ़ा बताई.
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उसने बताया कि उसके मां-बाप उसे पढ़ने से रोकते हैं. उसके साथ मारपीट भी करते हैं. उससे कहते हैं कि पढ़के क्या करेगा जा अपने पशुओं को चराने ले जा. बच्चे की पीढ़ा सुनकर अध्यापक की आखों से आंसू निकल आए. मान सिंह ने अध्यापकों से पढ़ाई के लिए गुहार लगाते हुए मदद मांगी. अध्यापकों ने उसकी पढ़ाई में हरसंभव मदद करने का संकल्प लिया है. साथ ही बच्चे को पढ़ने के लिए कपड़े, बैग आदि सामान भी दिलवाया.
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