आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल सोमवार को अपने अलग ही रूप में नजर आया. ढलते सूरज की सुनहरी रोशनी के साथ इसकी खूबसूरती कुछ ज्यादा ही इतरा रही थी. इस रोशनी में ताजमहल पर जड़े बेसकीमती पत्थर अपनी चमक पूरे शहर को रोशन कर रहे थे. सूरज की किरणों के साथ ताजमहल की ये मोहब्बत लोगों ने खूब कमरे में कैद की. इस खूबसूरती का दीदार करने के लिए सैलानियों की भीड़ ताजमहल पर उमड़ पड़ी. टूरिस्ट गाइड का कहना है कि ऐसे ही फुल मून की रात में चंद्रमा की रश्मियां धवल संगमरमरी ताजमहल के बदन पर अठखेलियां करती हैं, जिसे चमकी कहते हैं.
कैमरे में कैद हुई ताजमहल की खूबसूरती
सोमवार शाम में फोटोग्राफर सेंट्रल टैंक से ताजमहल का फोटो खींच रहे थे. तभी ढलते सूरज की सुनहरी किरणों से ताजमहल पर कुछ चमक दिखाई दी. इस पर फोटोग्राफर ने सेंट्रल टैंक से दूर साइड से ताजमहल का फोटो कैमरे में कैद किया, तो फोटोग्राफर चौंक गया. ढलते सूरज की सुनहरी किरणों से ताजमहल में पत्थर चमक रहे थे.
मन-मोहने वाला था नजारा
टूरिस्ट गाइड राजीव ठाकुर का कहना है कि सुबह उगते सूरज और शाम को ढलते सूरज के साथ ताजमहल का प्रेम ही अलग होता है. इन किरणों के साथ ताजमहल अपनी खूबसूरती को और बढ़ा लेता है. इस समय सूरज की किरणों का कोण इस प्रकार का होता है कि ताजमहल में जड़ें बेशकीमती पत्थर किसी दर्पण की भांति सूर्य की किरणों को परावर्तित कर देते हैं, जिससे ताजमहल की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं. यह नजारा अद्भुत होता है. इस नजारे को देखने के लिए देशी-विदेशी पर्यटक यहां आते हैं.
चांद की चमकी का क्रेज
टूरिस्ट गाइड नितिन सिंह का कहना है कि सनराइज और सनसेट के समय ताजमहल पर जड़े नगीने चमकते हैं. इसके अलावा फुल मून लाइट में ताजमहल शाइन करता है. फुल मून की किरणें जब ताजमहल पर पड़ती हैं, तो ताजमहल में जड़े सेमी प्रीशियस और प्रीशियस स्टोन स्पार्कल करते हैं. इसे चमकी कहते हैं. ताजमहल की चमकी का बहुत महत्व है. पर्यटकों में मूनलाइट में ताजमहल देखने का बहुत क्रेज रहता है.