आगरा: कोरोना संक्रमण से दुनिया कराह रही है. संक्रमण लाखों जिंदगी निगल गया तो करोड़ों लोगों को चपेट में ले चुका है. छह माह में जनता पहले लॉकडाउन, फिर अब लगातार अनलॉक देख रही है. कोरोना संक्रमण से कई इंडस्ट्रीज तबाह हो गई. लाखों लोग बेरोजगार हो गए. अगर हम पर्यटन इंडस्ट्रीज की बात करें तो आगरा में 5 लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण की वजह से रोजी रोटी के लिए मोहताज हो गए हैं.
कोरोना संक्रमण की चपेट में देशी-विदेशी पर्यटकों की मोहब्बत की निशानी संग यादों को संजाने वाले फोटोग्राफर और मुगलिया सल्तनत के इतिहास को बताने वाले टूरिस्ट गाइड भी आए हैं. फोटोग्राफर का कहना है कि 6 माह बीत गए, लेकिन अभी तक उन्होंने 'स्माइल प्लीज' नहीं बोला. वहीं, टूरिस्ट गाइड का कहना है कि 6 माह में एक भी बार 'वाह ताज' नहीं सुना है.
21 सितंबर से पर्यटकों के लिए खुलेगा ताजमहल
अनलॉक-4 में 21 सितंबर से ताजनगरी में ताजमहल, आगरा किला के साथ ही धार्मिक स्थल भी 'अनलॉक' हो जाएंगे. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग की स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) से पर्यटकों को ताजमहल और आगरा किला में एंट्री दी जाएगी. कोविड-19 की गाइडलाइन के मुताबिक, देशभर में राजनीतिक और सामाजिक गतिविधियां भी शुरू हो जाएंगी. राज्य सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही मंदिरों में श्रद्धालु पूजा पाठ कर सकेंगे तो मस्जिदों में नमाजी नमाज पढ़ सकेंगे.
पर्यटन मंत्री ने फोटोग्राफर्स की रिन्यूअल फीस की कम
ताजमहल फोटोग्राफर्स एसोसिएशन उपाध्यक्ष बृजेश गुप्ता का कहना है कि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से जुड़े देश भर में 1150 फोटोग्राफर हैं. लॉक डाउन में सभी बेरोजगार हो गए. विभाग ने जब फोटोग्राफर का लाइसेंस रिन्यूअल कराने के निर्देश दिए तो असमंजस की स्थिति बन गई. हमारी एसोसिएशन की ओर से फोटोग्राफर की रिन्यूअल फीस को लेकर सरकार और पर्यटन मंत्री से मदद की गुहार लगाई गई. इसके सही परिणाम आए. और फोटोग्राफर की रिन्यूअल की फीस ₹25000 से घटाकर ₹5000 की गई है. इसके अलावा कोई आर्थिक मदद सरकार की ओर से नहीं मिली है.
छह माह से नहीं बोला-'स्माइल प्लीज '
ताजमहल फोटोग्राफर रोहित का कहना है कि, कोरोना के चलते लॉकडाउन लगने से यह छह माह का दौर बड़ा ही संघर्षपूर्ण फोटोग्राफर्स ही नहीं टूरिस्ट गाइड और अन्य सबके लिए रहा है. हम सब जब किसी टूरिस्ट का फोटो खींचते हैं तो उनसे स्माइल प्लीज कहते हैं. जब हमने फोटो देते थे तो उन्हें बहुत अच्छा लगता था. वे बहुत खुश होते थे. लेकिन छह माह से हमने एक भी फोटो नहीं खींचा. इतना ही नहीं, हमने ताजमहल भी नहीं देखा है.
लॉकडाउन से दो हजार करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
अगर हम ताज नगरी पर नजर दौड़ाएं तो यहां 650 होटल है. 3500 टूरिस्ट गाइड हैं. आगरा और लाल किले में कुल 800 फोटोग्राफर हैं.. कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन लगने के चलते पर्यटन उद्योग को 2 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. अब 21 सितम्बर से ताजमहल और लाल किला को पर्यटकों के लिए खुलने से 5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा
ये भी पढ़ें: 21 सितंबर से पर्यटक कर सकेंगे ताज का दीदार, कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मिलेगी एंट्री
ताजमहल और आगरा किले के 187 दिन बाद 'अनलॉक' होने से पर्यटन कारोबारियों की उम्मीद परवान चढ़ेगी. फोटोग्राफर, टूरिस्ट गाइड, होटल संचालक, रेस्टोरेंट संचालक, ऑटो चालक, टैक्सी चालक, हैंडीक्राफ्ट इंपोरियम संचालक और कर्मचारी सभी खुश हैं.