आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों का हाल ही में परीक्षा परिणाम जारी किया गया था. जिसमें अधिकांश परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी (एमडब्ल्यू आदि) देखने को मिली. बड़ी तादाद में छात्रों को प्रायोगिक परीक्षा में फेल कर दिया गया. जिस कारण छात्र यूनिवर्सिटी के चक्कर काटने को मजबूर है. हालांकि छात्र संगठन एबीवीपी, एनएसयूआई और समाजवादी छात्र सभा की ओर से परिसर में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन चल रहा है, लेकिन छात्र-छात्राएं भी इस बात का विरोध कर रहे है कि आज तक उनके इतने बेकार नंबर नहीं आए जितने की अब आए हैं. यूनिवर्सिटी के कारण उनका भविष्य अंधेरे में चला गया है. जबकि यूनिवर्सिटी की चीफ प्रॉ. मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि इन सभी गड़बड़ियों को सही करने के लिए कुलपति के आदेश पर एक समिति का गठन किया गया है. उस समिति के सामने आकर छात्र-छात्राएं अपनी समस्याओं के सामने रखें जिसका निवारण किया जाएगा.
विश्वविद्यालय के चक्कर काट कर परेशान छात्र-छात्राओं ने बताता यूनिवर्सिटी ने किसी छात्रा के 2 नंबर कम होने की वजह से फेल कर दिया, तो किसी छात्र को तीनों पेपर में एक जैसे नंबर ही मिले हैं. विद्यार्थियों को इस बात का भी शक है कि कॉपियां चेक हुई भी है या नहीं. छात्रों का कहना है कि उन्हें प्रायोगिक परीक्षा में भी फेल कर दिया गया. इन सभी त्रुटियों को सही करवाने के लिए कॉलेज के पास जाएं तो कॉलेज वाले कहते हैं यूनिवर्सिटी से सही होगा और यूनिवर्सिटी आए तो यूनिवर्सिटी के चक्कर काट-काट कर हम परेशान हो जाते हैं, लेकिन कोई हमारी सुनवाई नहीं करता.
विश्वविद्यालय ने किया समिति का गठन
2 दिन से विश्वविद्यालय परिसर में छात्र संगठनों के अनुचित कालीन धरने के बाद यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर डॉ. मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रों के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी, प्रायोगिक परीक्षा में फेल हुए इस तरह की तमाम समस्या को देखते हुए विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने एक समिति का गठन किया है. समिति के सामने समक्ष छात्र-छात्राएं अपनी परेशानी को लेकर आए और जल्द ही समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा.
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