आगरा: सीएम योगी (CM Yogi) के आदेश पर स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएएमएस परीक्षा में कॉपी बदलने के मामले में छानबीन शुरू कर दी है. एसटीएफ जांच के साथ ही डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के हर कॉकस और माफियाराज पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है. एसटीएफ विश्वविद्यालय में अपना कैंप कार्यालय खोलने की तैयारी में है. एसटीएफ जल्द ही शिकायत और साक्ष्य संकलन के लिए अपना टेलीफोन नबंर और ईमेल आईडी जारी करेगी. विश्वविद्यालय में एसटीएफ के कैंप कार्यालय खोले जाने और टेलीफोन नंबर जारी होने से नकल माफिया और अन्य माफियाओं में हड़कंप है.
ये था मामला
27 अगस्त 2022 को बीएएमएस परीक्षा में कॉपी बदलने का मामला सामने आया था. पुलिस ने इस मामले में टेंपो चालक देवेंद्र और डॉ. अतुल यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इसका मास्टरमाइंड छात्र नेता अभी फरार है. बता दें कि हर कॉपी को बदलने के एवज में 50 हजार रुपये का सौदा हुआ था. जब इस मामले में डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय की किरकिरी हुई तो सीएम योगी ने विश्वविद्यालय में व्याप्त गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की जांच एसटीएफ को सौप दी. जांच टीम का नेतृत्व कर रहे अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ राकेश कुमार आगरा में हैं. उन्होंने विश्वविद्यालय जाकर मामले की जानकारी ली. साथ ही इस मामले की विवेचना कर रही पुलिस टीम से भी बातचीत की है.
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि जल्द ही विश्वविद्यालय में एसटीएफ का कैंप ऑफिस खोला जाएगा. यहां पर एसटीएफ की आगरा यूनिट के अलावा बाहर से कुछ उत्कृष्ट विवेचकों को तैनात किया जाएगा ताकि, विश्वविद्यालय के किसी कर्मचारी को कोई साक्ष्य या जानकारी देनी हो तो वह आसानी से उन्हें दे सके.
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यह भी जांच करेगी एसटीएफ
एसटीएफ विश्वविद्यालय की बीएएएमएस परीक्षा की कॉपी बदलने के साथ ही हर गड़बड़ी के मामले की जांच करेगी. इसमें बीएड फर्जीवाड़े से लेकर चार्ट में गड़बड़ी और अन्य प्रकार की गड़बड़ीयां शामिल है. एसटीएफ की ओर से जल्द ही सूचनाएं प्राप्त करने के लिए एक टेलीफोन नंबर जारी किया जाएगा. इसमें हर कॉल ऑटोमेटिक रिकार्ड होगी ताकि कोई भी उच्च अधिकारी इसे सुन सके.
एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि कॉल करने वाले की पहचान को गोपनीय रखा जाएगा. इसके लिए उसे अपना नाम पता बताने की भी जरुरत नहीं होगी. एसटीएफ की ओर से जारी होने वाले टेलीफोन नंबर पर विश्वविद्यालय की हर गड़बड़ी की शिकायत की जा सकती है. साथ ही एक ई मेल आइडी भी जारी की जाएगी ताकि शिकायतकर्ता शिकायत के साथ साक्ष्य भी भेज सके. एसटीएफ की जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनकी रिपोर्ट शासन को भेजने के साथ ही सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि बीएएमएस परीक्षा की कॉपी बदलने के मामले में हरीपर्वत थाना पुलिस दो मुकदमों की विवेचना करती रहेगी. एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने इसके लिए पुलिस की एसआइटी भी गठित की है. एसआइटी इस पूरे मामले की जांच करेगी. साथ ही एसटीएफ की जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनकी गिरफ्तारी कर हरीपर्वत थाना में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.
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