आगरा: ताजनगरी में 165 करोड़ रुपये की स्टांप चोरी का मामला सामने आया है. सरकारी संस्थाओं और प्राइवेट बिल्डरों की आवंटित 10573 संपत्तियों में स्टांप चोरी की गई है. यह खुलासा स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग की जारी की गई रिपोर्ट में हुआ. इस रिपोर्ट के मुताबिक, आवास विकास प्राधिकरण (एडडीए), आवास विकास परिषद, उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआईडीसी), नगर निगम, अन्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की आवंटित संपत्ति की अभी रजिस्ट्री ही नहीं कराई गई है. इससे जिला प्रशासन में खलबली मच गई है. सभी को नोटिस दी गई है. जिले में जुलाई में अभियान चलाकर वसूली की जाएगी.
स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग की ओर से 31 मई 2022 को एक रिपोर्ट जारी की गई थी. इस रिपोर्ट में बिना रजिस्ट्री कराए ही संपत्ति बेचने के मामले उजागर हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, जिले में 10573 संपत्तियां हैं. इनमें करीब 165 करोड़ की स्टांप चोरी है. सबसे ज्यादा 3983 निजी बिल्डर की संपत्ति हैं. इसके बाद एडीए की 3688 संपत्तियां और आवास विकास परिषद की 2302 संपत्तियां शामिल हैं. इस मामले में स्टांप चोरी वसूली के लिए सब रजिस्ट्रार ने सभी को नोटिस जारी की है.
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एडीएम वित्त एवं राजस्व यशवर्धन श्रीवास्तव का कहना है कि रिपोर्ट के आधार पर ऐसी संपत्तियां चिह्नित की गई हैं. ऐसी संपत्तियों के संबंधित विभाग और निजी बिल्डर से संपर्क किया गया है. उन्हें संपत्तियों का स्टांप मूल्य तय करके रजिस्ट्री कराने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही रिपोर्ट के मुताबिक, स्टांप नहीं देने वाले आवंटन के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. इस बारे में सभी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब तलब भी किया गया है. क्योंकि, संपत्तियों के मामले में स्टांप चोरी एक अपराध की श्रेणी में आता है.
यह संपत्तियां की गईं चिह्नित
विभाग का नाम संपत्ति
निजी बिल्डर 3983
एडीए 3688
आवास विकास 2302
मंडी समिति 401
नगर निगम 174
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